: बिहार विधानसभा चुनावों (Bihar Assembly Elections) की आहट के साथ ही, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने महिलाओं को साधने के लिए अपना सबसे बड़ा दांव चल दिया है। हाल ही में लॉन्च की गई मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना (Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana) राज्य की महिलाओं के बीच जबरदस्त हिट साबित हो रही है। इस योजना ने महिलाओं में आत्मनिर्भर बनने की एक नई लहर पैदा कर दी है, और इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लॉन्च होने के कुछ ही दिनों के भीतर योजना के लिए लगभग 1 करोड़ आवेदन आ चुके हैं!
1 करोड़ महिलाओं के खाते में जल्द आएंगे ₹10,000
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत, बिहार सरकार राज्य की महिलाओं को अपना खुद का काम या व्यवसाय शुरू करने के लिए पहली किस्त के रूप में ₹10,000 की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। मीडिया खबरों के मुताबिक, सरकार ने अब तक प्राप्त हुए आवेदनों में से 90 लाख महिलाओं का रिकॉर्ड तैयार कर लिया है, और बाकी महिलाओं के बैंक खातों को आधार कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
सबसे बड़ी खुशखबरी यह है कि पात्र महिलाओं के बैंक खातों में ₹10,000 की यह राशि इसी महीने यानी सितंबर में ही भेज दी जाएगी। बाद में, व्यवसाय के आकलन के आधार पर महिलाओं को ₹2 लाख तक का लोन भी मिल सकता है।
महिलाओं की पहली पसंद बने ये काम, जानें कौन से बिजनेस हैं टॉप पर?
यह योजना कुल 18 विभिन्न प्रकार के कामों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। प्राप्त आवेदनों के विश्लेषण से यह बात सामने आई है कि कुछ खास तरह के व्यवसाय महिलाओं की पहली पसंद बने हुए हैं। महिलाएं अपनी सुविधा और कौशल के अनुसार इन कामों को अपनाकर आत्मनिर्भरता की राह पर कदम बढ़ा रही हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में पहली पसंद – पशुपालन
जानकारी के मुताबिक, गांव-देहात की महिलाओं ने पशुपालन (Animal Husbandry) से जुड़े कामों के लिए सबसे ज्यादा रुचि दिखाई है।
- गौपालन (Cow Rearing)
- बकरी पालन (Goat Rearing)
- मुर्गी पालन (Poultry Farming)
इन कामों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं, क्योंकि ये ग्रामीण परिवेश में आय का एक स्थायी और विश्वसनीय स्रोत प्रदान करते हैं।
शहरी क्षेत्रों का ट्रेंड – चाय-पकौड़े और किराना स्टोर
शहरी क्षेत्रों की महिलाओं की पसंद थोड़ी अलग है। यहां की महिलाएं ऐसे व्यवसाय चुन रही हैं जिनमें तत्काल आय की संभावना अधिक हो।
- किराना (परचून) की दुकान (Grocery Store)
- चाय-पकौड़े की दुकान (Tea-Snacks Stall)
- सिलाई का काम (Tailoring)
- फल-सब्जी की दुकान (Fruit-Vegetable Shop)
किन 18 कामों के लिए कर सकते हैं आवेदन? देखें पूरी लिस्ट
अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहती हैं, तो आप इन 18 श्रेणियों में से किसी भी एक काम के लिए आवेदन कर सकती हैं:
- फल-जूस की दुकान
- डेयरी प्रोडक्ट (दूध, दही, पनीर)
- किराना/जनरल स्टोर
- फल-सब्जी की दुकान
- प्लास्टिक की वस्तुओं की दुकान
- बर्तन की दुकान
- खिलौनों की दुकान
- ऑटोमोबाइल रिपेयरिंग की दुकान
- मोबाइल रिचार्ज, बिक्री या रिपेयरिंग
- स्टेशनरी या फोटोकॉपी की दुकान
- खाद्य सामग्री (अचार, पापड़ आदि) की दुकान
- ब्यूटी पार्लर/कॉस्मेटिक/आर्टिफिशियल ज्वेलरी
- कपड़ा/फुटवियर/सिलाई की दुकान
- बिजली के पार्ट्स की दुकान
- खेती से जुड़े काम (बीज, खाद आदि)
- ई-रिक्शा या ऑटो रिक्शा
- बकरी पालन
- मुर्गी पालन
- गौपालन
इस योजना का लाभ उठाने के लिए जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ना अनिवार्य है, जिसके कारण बड़ी संख्या में नई महिलाएं भी इन समूहों से जुड़ रही हैं। यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से भी संगठित कर रही है।