Varanasi Ganga Aarti ban:  महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 26 फरवरी को महाकुंभ 2025 का समापन होगा। इस ऐतिहासिक मेले में हर कोई पवित्र स्नान करने का मौका नहीं गंवाना चाहता। इसी वजह से प्रयागराज और वाराणसी में अत्यधिक भीड़ उमड़ रही है।

इस भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अनहोनी से बचने के लिए प्रशासन ने वाराणसी के घाटों पर होने वाली गंगा आरती को 26 फरवरी तक के लिए रोक दिया है। अगर आप वाराणसी जाने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना आपके लिए जरूरी है।


भीड़ की वजह से बढ़ रहा खतरा

🔹 प्रयागराज के महाकुंभ में इस बार श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या देखी जा रही है।
🔹 मौनी अमावस्या और अन्य स्नान पर्वों पर भीड़ के कारण भगदड़ की स्थिति बन चुकी है।
🔹 सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

👉 इसी तरह की भीड़ वाराणसी में भी देखी जा रही है, क्योंकि श्रद्धालु महाकुंभ स्नान के बाद वाराणसी जाकर गंगा आरती में शामिल होना चाहते हैं।

भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने यह फैसला लिया है।


गंगा आरती पर रोक लगाने की मुख्य वजहें

1. प्रयागराज में महाकुंभ का प्रभाव:
प्रयागराज में महाकुंभ के कारण भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे वाराणसी के घाटों पर भी श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है।

2. वाराणसी में बढ़ती भीड़:
महाकुंभ स्नान के बाद हजारों श्रद्धालु वाराणसी के गंगा घाटों पर पहुंच रहे हैं, जिससे भीड़ संभालना मुश्किल हो रहा है।

3. सुरक्षा कारण:
प्रयागराज और वाराणसी में हाल ही में कई बार भगदड़ जैसे हालात बने हैं, जिससे प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़े हैं।

4. ट्रैफिक और सड़क पर भीड़:
प्रयागराज से वाराणसी की दूरी 122 किमी है, जिसे तय करने में 3-4 घंटे लगते हैं। महाकुंभ की वजह से बसों, ट्रेनों और निजी वाहनों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है।

👉 इन सभी कारणों से प्रशासन ने 26 फरवरी तक गंगा आरती को रोकने का निर्णय लिया है।


वाराणसी में सबसे ज्यादा भीड़ कहां हो रही है?

🔸 काशी विश्वनाथ मंदिर – दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें लग रही हैं।
🔸 गंगा घाट – महाकुंभ स्नान के बाद लोग गंगा आरती देखने आ रहे हैं।
🔸 सड़कों और रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ – स्पेशल ट्रेनों में भी जगह नहीं मिल रही।


वाराणसी में गंगा आरती के समय

गंगा आरती पूरे साल सुबह और शाम को होती है, लेकिन अभी इसे 26 फरवरी तक रोक दिया गया है।

📌 सर्दियों में गंगा आरती का समय:

  • सुबह: 5:30 AM – 7:30 AM
  • शाम: 6:30 PM

📌 गर्मियों में गंगा आरती का समय:

  • सुबह: 5:00 AM – 7:00 AM
  • शाम: 7:00 PM

महाकुंभ जाने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

नए नियमों की जानकारी रखें: प्रशासन समय-समय पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नए निर्देश जारी कर रहा है।
भीड़ को देखते हुए यात्रा प्लान करें: भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
बदलते ट्रैफिक नियमों का पालन करें: कई मार्गों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
महाकुंभ से लौटकर वाराणसी जाने का विचार करें: 26 फरवरी के बाद वाराणसी में गंगा आरती का आनंद लिया जा सकता है।


महाकुंभ की वजह से प्रयागराज और वाराणसी दोनों शहरों में भीड़ नियंत्रण से बाहर हो रही है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने 26 फरवरी तक गंगा आरती पर रोक लगा दी है।

अगर आप वाराणसी जाने की योजना बना रहे हैं, तो 26 फरवरी के बाद ही गंगा आरती का अनुभव लें। 🚩