पंजाब में भीषण बाढ़ (grim flood situation) और विकट होते हालात को देखते हुए, राज्य सरकार ने एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लिया है। छात्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, पंजाब सरकार (Punjab Government) ने राज्य के सभी स्कूलों में छुट्टियों को 3 सितंबर, 2025 (बुधवार) तक के लिए बढ़ा दिया है। यह फैसला मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) के निर्देशों के बाद लिया गया है।
पहले, स्कूलों को 27 अगस्त से 30 अगस्त तक के लिए बंद किया गया था, लेकिन राज्य के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति में सुधार न होने के कारण, छुट्टियों को और आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया। यह आदेश राज्य के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त (aided), मान्यता प्राप्त (recognised) और निजी (private) स्कूलों पर तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
शिक्षा मंत्री ने ‘X’ पर की घोषणा, सुरक्षा की अपील
पंजाब के शिक्षा मंत्री, श्री हरजोत सिंह बैंस (Harjot Singh Bains), ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट के माध्यम से इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने लिखा:
“मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान जी के निर्देशों के अनुसार, पंजाब में बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, राज्य के सभी सरकारी/सहायता प्राप्त/मान्यता प्राप्त और निजी स्कूलों में 3 सितंबर, 2025 तक छुट्टियां घोषित की गई हैं।”
शिक्षा मंत्री ने आगे अभिभावकों और छात्रों से सुरक्षा को प्राथमिकता देने और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पूरी तरह से पालन करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यह समय सतर्क रहने का है और किसी भी तरह के जोखिम से बचना चाहिए।
क्यों लिया गया यह फैसला? उफान पर नदियां, जलमग्न हुए गांव
यह फैसला राज्य में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए लिया गया है। पिछले कुछ हफ्तों से हो रही लगातार बारिश के कारण पंजाब की कई प्रमुख नदियां, जैसे सतलुज और ब्यास, उफान पर हैं, जिससे कई जिलों में बाढ़ आ गई है।
- कई गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।
- फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
- सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे कई इलाकों का संपर्क टूट गया है।
- एनडीआरएफ (NDRF) और सेना की टीमें लगातार बचाव और राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
ऐसी विकट परिस्थितियों में, छात्रों के लिए स्कूल जाना बेहद खतरनाक हो सकता था। इसी को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने छुट्टियों को बढ़ाने का यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अभिभावकों और छात्रों के लिए सलाह
प्रशासन ने छात्रों और उनके परिवारों के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं:
- जलभराव वाले इलाकों और नदी के किनारों पर जाने से पूरी तरह बचें।
- बिजली के खंभों और टूटे हुए तारों से दूर रहें।
- केवल सुरक्षित और उबला हुआ पानी पिएं।
- किसी भी आपात स्थिति में, तुरंत स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।
अब स्कूलों के फिर से खुलने का फैसला 3 सितंबर के बाद बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने के बाद ही लिया जाएगा।







