चिट्ठी और पार्सल की दुनिया में एक बड़ी और क्रांतिकारी छलांग लगाते हुए, इंडिया पोस्ट (India Post) ने आज अपने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन (Digital Transformation) के एक नए युग की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के तहत और केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya M. Scindia) के मार्गदर्शन में, इंडिया पोस्ट ने अपनी अगली पीढ़ी की एडवांस पोस्टल टेक्नोलॉजी, आईटी 2.0 (IT 2.0 – Advanced Postal Technology – APT), को राष्ट्रव्यापी रूप से रोलआउट कर दिया है।
यह महत्वाकांक्षी पहल इंडिया पोस्ट की ‘डिजिटल इंडिया’ (Digital India) की यात्रा में एक मील का पत्थर मानी जा रही है, जो देशभर के लाखों लोगों के लिए डाक सेवाओं (postal services) का अनुभव पूरी तरह से बदल देगी।
क्या है यह नया ‘IT 2.0’ सिस्टम
IT 2.0 कोई साधारण सॉफ्टवेयर अपग्रेड नहीं है, बल्कि यह एक पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ (‘Make in India’) प्रणाली है, जिसे डाक प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र (Centre for Excellence in Postal Technology) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। यह सिस्टम सरकार के अत्याधुनिक ‘मेघराज 2.0’ क्लाउड (MeghRaj 2.0 cloud) पर चलता है और इसे BSNL की राष्ट्रव्यापी कनेक्टिविटी का समर्थन प्राप्त है, जो इसे सुरक्षित और भरोसेमंद बनाता है।
अब आपको मिलेंगी ये अगली पीढ़ी की सुविधाएं
यह नया सिस्टम कई अगली पीढ़ी की सुविधाएं प्रदान करता है, जो डाक सेवाओं को पहले से कहीं ज्यादा तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक बना देगा:
1. यूनिफाइड इंटरफेस (Unified Interface):
- अब सभी डाक सेवाएं, चाहे वह चिट्ठी भेजना हो, स्पीड पोस्ट हो, या बैंकिंग सेवाएं, एक ही एकीकृत और सरल इंटरफेस के माध्यम से प्रदान की जाएंगी, जिससे ग्राहकों को अलग-अलग काउंटरों पर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
2. QR कोड आधारित भुगतान (QR-code-based payments):
- कैश का झंझट खत्म! अब आप पोस्ट ऑफिस में सभी सेवाओं के लिए QR कोड को स्कैन करके आसानी से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे।
3. OTP आधारित डिलीवरी (OTP-based delivery):
- आपकी कीमती पार्सल और डाक की सुरक्षा अब और भी मजबूत होगी। महत्वपूर्ण डाक और पार्सल की डिलीवरी अब OTP-आधारित होगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि डिलीवरी सही व्यक्ति को ही मिले।
4. 10-अंकीय अल्फान्यूमेरिक DIGIPIN:
- यह एक बिल्कुल नई सुविधा है, जिससे पते की सटीकता में भारी सुधार होगा। 10-अंकीय ‘DIGIPIN’ के माध्यम से अब आपकी डाक या पार्सल के गलत पते पर पहुंचने की संभावना लगभग खत्म हो जाएगी, और डिलीवरी तेज हो जाएगी।
यह पहल दिखाती है कि कैसे इंडिया पोस्ट टेक्नोलॉजी का लाभ उठाकर अपनी पारंपरिक सेवाओं को आधुनिक बना रहा है और एक नए, डिजिटल युग में प्रवेश कर रहा है।







