उत्तर प्रदेश की विधानसभा में गुरुवार को एक ऐसा दुर्लभ और चौंकाने वाला नजारा देखने को मिला, जब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की एक विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का खुलकर धन्यवाद किया और उनके काम की जमकर सराहना की। यह विधायक थीं पूजा पाल (Pooja Pal), जिनके BSP विधायक पति राजू पाल की सालों पहले बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर चल रही 24 घंटे की मैराथन बहस के दौरान, पूजा पाल ने अपने पति के हत्यारे, माफिया डॉन अतीक अहमद (Atiq Ahmed) को “मिट्टी में मिलाने” के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि CM योगी की अपराध के खिलाफ “जीरो-टॉलरेंस नीति” (“zero-tolerance policy”) के कारण ही उन्हें और प्रयागराज की कई अन्य महिलाओं को सालों बाद न्याय मिला है।
“जब किसी ने नहीं सुनी, तब मुख्यमंत्री ने मेरा दर्द सुना”
अपने भाषण के दौरान भावुक होते हुए, पूजा पाल ने 19 साल पुराने दर्द को बयां किया और बताया कि कैसे उन्होंने न्याय के लिए एक लंबी और कठिन लड़ाई लड़ी।
- उन्होंने कहा, “हर कोई जानता है कि मेरे पति (राजू पाल) की हत्या किसने की। मैं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने मुझे न्याय दिलाया और मेरी बात तब सुनी जब कोई और सुनने वाला नहीं था।”
- पूजा पाल ने आगे कहा कि CM योगी ने अतीक अहमद जैसे अपराधियों के खात्मे की जो नीतियां अपनाईं, उससे सिर्फ उन्हें ही नहीं, बल्कि प्रयागराज में उनके जैसी कई और महिलाओं को भी न्याय मिला है।
- और फिर उन्होंने वह बात कही जिसकी गूंज पूरे सदन में सुनाई दी:
“मेरे पति के हत्यारे अतीक अहमद को मुख्यमंत्री ने मिट्टी में मिलाने का काम किया।”
पूजा पाल ने कहा कि उन्होंने उस समय अपनी आवाज उठाई जब अतीक अहमद जैसे अपराधियों के सामने कोई खड़ा होने को तैयार नहीं था। उन्होंने सदन को बताया, “जब मैं इस लड़ाई से थकने लगी थी, तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे न्याय दिया।”
क्या था राजू पाल हत्याकांड? एक नजर
यह मामला 2005 का है, जब तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की शादी के कुछ ही दिनों बाद प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
- इस मामले में मुख्य आरोपी था गैंगस्टर से नेता बना अतीक अहमद।
- यह मुकदमा सालों तक चलता रहा लेकिन कोई अंतिम फैसला नहीं आया।
- मामले ने फरवरी 2023 में एक नया और खूनी मोड़ लिया, जब इस केस के एक प्रमुख गवाह उमेश पाल की प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में दिनदहाड़े गोली मारकर और बम फेंककर हत्या कर दी गई।
इस हत्याकांड ने राज्य में संगठित अपराध (organised crime) के खिलाफ कार्रवाई के दबाव को फिर से बढ़ा दिया, जिसके बाद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गिरफ्तार कर लिया गया।
अतीक अहमद का अंत
15 अप्रैल, 2023 को, जब अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था, तब पत्रकारों के वेश में आए हमलावरों ने दोनों को गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे देश में सनसनी फैला दी थी। पूजा पाल का बयान इसी घटना के संदर्भ में है, जिसे वह अपने पति के लिए ‘न्याय’ के रूप में देखती हैं। एक विपक्षी विधायक द्वारा सदन में इस तरह से मुख्यमंत्री की तारीफ करना उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ी और असामान्य घटना है।







