इंग्लैंड के खिलाफ शानदार टेस्ट सीरीज की खुमारी अभी उतरी भी नहीं है कि भारतीय क्रिकेट जगत में एक नए तूफान ने दस्तक दे दी है। यह तूफान किसी मैदान से नहीं, बल्कि बंद कमरों से उठा है और इसका केंद्र हैं भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े स्तंभ – विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma)। अगले एक महीने तक कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं होने के कारण, अब सारा ध्यान मैदान से हटकर बोर्डरूम की तरफ चला गया है, और दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर फुसफुसाहट अब तेज आवाज में बदल रही है।
एक दशक से भी अधिक समय तक, ‘किंग कोहली’ और ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा की जोड़ी ने भारत के व्हाइट-बॉल प्रभुत्व की नींव रखी है। दोनों ही आइकन इस साल की शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, और अब क्रिकेट पंडितों और प्रशंसकों की निगाहें उनके वनडे करियर पर टिकी हैं। जहां ज्यादातर लोग यह मानकर चल रहे थे कि दक्षिण अफ्रीका में होने वाला 2027 का विश्व कप उनके वनडे करियर का आखिरी पड़ाव होगा, वहीं ताजा रिपोर्ट संकेत दे रही है कि इस कहानी में एक अप्रत्याशित और चौंकाने वाला मोड़ आ सकता है।
ऑस्ट्रेलिया सीरीज ही होगी आखिरी? क्यों आई संन्यास की नौबत?
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अक्टूबर में होने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज सिर्फ एक और विदेशी चुनौती नहीं हो सकती; बल्कि यह इन दोनों दिग्गजों के 50 ओवर के शानदार करियर का आखिरी सफर भी साबित हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो यह सीरीज एक प्रतिस्पर्धी मुकाबले से ज्यादा, एक भावुक “फेयरवेल टूर” (Farewell Tour) का रूप ले लेगी, क्योंकि इसका मतलब होगा कि इन दोनों महान खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पूरी तरह संन्यास।
लेकिन सवाल यह है कि यह नौबत क्यों आई? रिपोर्ट इस फैसले के पीछे की सबसे बड़ी वजह बीसीसीआई (BCCI) और चयनकर्ताओं की एक शर्त को बताती है।
- BCCI की शर्त: रिपोर्ट में बताया गया है कि यदि कोहली और रोहित अपने वनडे करियर को 2027 विश्व कप तक बढ़ाना चाहते हैं, तो उनसे घरेलू क्रिकेट में प्रतिबद्धता दिखाने की उम्मीद की जाएगी। इसका मतलब है कि उन्हें इस साल के अंत में होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में भाग लेना होगा।
- शर्त के पीछे का तर्क: इसके पीछे का तर्क सीधा है। चयनकर्ता चाहते हैं कि विश्व कप के लिए संभावित खिलाड़ी 50 ओवर के प्रारूप की लय में बने रहें, ठीक उसी तरह जैसे 2025 की शुरुआत में इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट टीम में जगह बनाने के इच्छुक खिलाड़ियों के लिए रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) खेलना अनिवार्य किया गया था।
रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि घरेलू टूर्नामेंट में खेलने की यही शर्त ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के बाद इन दोनों के संन्यास का ट्रिगर (Trigger) बन सकती है।
चयनकर्ताओं की नजर भविष्य पर: युवा ब्रिगेड तैयार
पर्दे के पीछे, चयनकर्ताओं का ध्यान पूरी तरह से युवा खिलाड़ियों पर केंद्रित है। भारत के व्हाइट-बॉल टैलेंट पूल में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, और एक युवा कोर टीम के दरवाजे पर पहले से ही दस्तक दे रही है। 2027 विश्व कप के लिए एक मजबूत टीम बनाने का मतलब है कि संयोजन को जल्दी पहचानना होगा, और यह प्रक्रिया अनिवार्य रूप से एक पीढ़ी के परिवर्तन (transition) की बातचीत को जन्म देती है।
विराट कोहली और रोहित शर्मा, दोनों ने यह पहले भी दिखाया है कि वे अपनी शर्तों पर प्रारूपों से संन्यास ले सकते हैं। पिछले साल जून में भारत की T20 विश्व कप जीत के बाद दोनों ने एक साथ T20I से और इस साल मई में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी।
आगे का शेड्यूल क्या है?
ऑस्ट्रेलिया का दौरा 19 अक्टूबर को पर्थ में शुरू होगा, जिसके बाद एडिलेड और सिडनी में मैच होंगे। इसके बाद नवंबर/दिसंबर में, एक व्यस्त 2026 व्हाइट-बॉल शेड्यूल से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज होनी है।
ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े सुपरस्टार घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए सहमत होते हैं या फिर ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर ही अपने गौरवशाली वनडे करियर को अलविदा कह देंगे।







