बुधवार को भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) भारी बिकवाली के दबाव में लाल निशान में बंद हुआ। ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील शेयरों (rate-sensitive stocks) में गिरावट के कारण बाजार पर दबाव बना रहा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा अपनी प्रमुख ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने और अपने ‘तटस्थ’ (neutral) रुख पर कायम रहने के फैसले ने निवेशकों की उन उम्मीदों पर पानी फेर दिया, जो वैश्विक व्यापारिक तनावों के बीच किसी राहत या नरम रुख की आशा कर रहे थे।
बीएसई का 30 शेयरों वाला बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 166.26 अंक (0.21%) गिरकर 80,543.99 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई का निफ्टी 75.35 अंक (0.31%) फिसलकर 24,574.20 पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में सन फार्मा, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, इंफोसिस और एचसीएल टेक जैसे बड़े शेयर आज के टॉप लूजर रहे, जिनमें 1% से 2.3% के बीच गिरावट देखी गई।
सेक्टरों का हाल: IT, फार्मा और रियल एस्टेट सबसे ज्यादा टूटे
आज की गिरावट चौतरफा रही, लेकिन कुछ सेक्टरों पर इसका गहरा असर देखने को मिला।
- रियल एस्टेट, कंज्यूमर और ऑटो: ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील माने जाने वाले रियल एस्टेट सेक्टर में 1.5% की गिरावट आई, जबकि कंज्यूमर और ऑटो इंडेक्स में क्रमशः 0.9% और 0.5% की गिरावट दर्ज की गई।
- IT और फार्मा: अमेरिका से अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा कमाने वाले आईटी और फार्मा सेक्टर में ताजा व्यापारिक तनावों के बाद भारी बिकवाली देखी गई। आईटी इंडेक्स 1.7% और फार्मा इंडेक्स 2% तक टूट गया।
- फाइनेंशियल स्टॉक्स: बाजार में सबसे ज्यादा वजन रखने वाले फाइनेंशियल शेयरों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ और वे लगभग सपाट बंद हुए।
ट्रंप के बयान से बढ़ी निवेशकों की चिंता
निवेशकों की धारणा को और कमजोर करते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा रूस से लगातार तेल खरीदने के जवाब में भारतीय आयातों पर टैरिफ “बहुत भारी मात्रा में” 24 घंटे के भीतर बढ़ा दिए जाएंगे। इस बयान ने खासकर उन सेक्टरों में दहशत पैदा कर दी जो अमेरिकी बाजार पर बहुत अधिक निर्भर हैं।
छोटे और मझोले शेयरों में बड़ी गिरावट
बुधवार के कारोबारी सत्र में व्यापक बाजारों (Broader markets) ने और भी खराब प्रदर्शन किया। निफ्टी स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स में क्रमशः 1.1% और 0.8% की बड़ी गिरावट आई। यह इस बात का संकेत है कि निवेशक घरेलू विकास दर और कर्ज की लागत को लेकर अधिक चिंतित हैं।
RBI की मौद्रिक नीति की मुख्य बातें (RBI MPC Highlights)
- GDP अनुमान बरकरार: अमेरिकी टैरिफ की चिंताओं के बावजूद, RBI ने वित्त वर्ष 2026 के लिए जीडीपी विकास दर का अनुमान 6.5% पर बनाए रखा है।
- महंगाई का अनुमान घटा: RBI ने वित्त वर्ष 2026 के लिए मुद्रास्फीति (inflation) का अनुमान जून के 3.7% से घटाकर 3.1% कर दिया है।
- कोर इन्फ्लेशन स्थिर: कोर इन्फ्लेशन लगभग 4% पर स्थिर बनी हुई है।
आज के प्रमुख ट्रेड्स और शेयर (Top Stocks in News Today)
- अडानी पोर्ट्स: पहली तिमाही में मुनाफा 7% बढ़ने की खबर के बाद कंपनी के शेयरों में 2% का उछाल आया।
- रेमंड रियल्टी: पहली तिमाही में मुनाफा दोगुना होने के बावजूद कंपनी के शेयरों में 7% की बड़ी गिरावट देखी गई, संभवतः निवेशकों ने मुनाफावसूली की।
- ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज: पहली तिमाही में मुनाफे में केवल 2% की मामूली बढ़त के बाद शेयरों में 3% की गिरावट आई।
- भारती एयरटेल: पहली तिमाही में 43% के शानदार मुनाफे के बाद शेयरों में 3% की तेजी आई।
- BEL, आइडियाफोर्ज: रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) द्वारा 67,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दिए जाने के बाद इन कंपनियों के शेयरों में 3% तक का उछाल देखा गया।







