धर्मस्थल सामूहिक दफन मामले (Dharmasthala mass burial case) की जांच कर रही विशेष जांच दल (SIT) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, लेकिन सोमवार को हुई खुदाई के तीसरे दिन एक अहम मोड़ आया है। जहां पिछले दो दिनों में SIT को कोई अवशेष नहीं मिले थे, वहीं आज, तीसरे दिन की खुदाई के दौरान, 6ठे स्थान पर कंकाल के अवशेष (skeletal remains) मिलने की खबर आई है। इन अवशेषों को आगे की जांच के लिए FSL (फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी) भेज दिया गया है।
क्या यह मानव अवशेष हैं? तीन दिन की खुदाई के बाद मिले सुराग
SIT पिछले दो दिनों से धर्मस्थल के पास नेत्रवती नदी (Netravathi River) के तट पर स्थित घने जंगल में एक शिकायतकर्ता द्वारा बताए गए स्थानों पर खुदाई कर रही है। पहले दिन 5 जगहों पर खुदाई हुई, लेकिन कोई अवशेष नहीं मिला, जिस कारण उन स्थानों को वापस भर दिया गया। तीसरे दिन, 6ठे स्थान पर खुदाई शुरू हुई, जहाँ अंततः कंकाल के अवशेष मिलने का दावा किया जा रहा है।
पुनः खुदाई और FSL रिपोर्ट का इंतजार:
- खुदाई का तरीका: भारी बारिश और नदी के किनारे होने के कारण, मिट्टी में रेत का मिश्रण था, जिससे खुदाई का काम मुश्किल हो रहा था। पानी भरने के कारण पंप का भी इस्तेमाल करना पड़ा। शुरुआती खुदाई मजदूरों द्वारा की गई, बाद में मिनी हिताची (mini earthmover) का उपयोग किया गया।
- अवशेष मिलने के बाद की प्रक्रिया: अगर ये अवशेष मानव कंकाल पाए जाते हैं, तो FSL उन्हें सील करके आगे की जांच के लिए भेजेगी। जांच में यह पुष्टि की जाएगी कि क्या वे मानव हड्डी हैं, उनकी उम्र क्या थी, और मृत्यु का कारण क्या था। अंततः, DNA विश्लेषण भी किया जाएगा।
- पैन कार्ड, ATM कार्ड और साड़ी का मिलना: प्रथम दिन की खुदाई में एक फटी हुई लाल साड़ी, पैन कार्ड और एटीएम कार्ड जैसे दस्तावेज भी मिले थे। एक पैन कार्ड पर ‘लक्ष्मी’ नाम लिखा था, जबकि दूसरे पर पुरुष का नाम था। शिकायतकर्ता के वकीलों का मानना है कि यह SIT की जांच को एक नई दिशा दे सकता है।
पुलिस की सख्ती और अधिकारियों का मौन:
इस पूरे ऑपरेशन के दौरान, गरुड़ बल, विशेष कार्य बल (Special Action Force), और कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (KSRP) की टीमें सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात हैं। SIT प्रमुख प्रणव कुमार मोहंती ने अभी तक किसी भी निष्कर्ष पर बोलने से इनकार कर दिया है, उनका कहना है कि जांच पूरी होने तक वे कुछ भी नहीं कहेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस जांच का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है, और इसका उद्देश्य केवल सच्चाई का पता लगाना है।
एसआईटी में फेरबदल की अटकलें:
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एसआईटी के प्रमुख मोहंती के बदलाव के बारे में कहा है कि यह केवल तब होगा जब वे केंद्र सरकार में स्थानांतरित होंगे।
स्थानिकों और अधिकारियों का नजरिया:
- स्थानीय नेताओं का दावा: धर्मस्थल के पूर्व ग्राम पंचायत अध्यक्ष केशव गौड़ा का मानना है कि अगर आज खुदाई में लाशें मिलती भी हैं, तो वे कानूनी तौर पर दफन की गई होंगी।
- SIT टीम का विस्तार: जांच को और मजबूत करने के लिए, SIT टीम में नौ अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों को नियुक्त करने का आदेश जारी किया गया है, जो DGP IG डॉ. एम.ए. सलीम के आदेश के अनुसार अगले निर्देशों तक कार्य करेंगे।
1995 से 2005 और 2015 तक के गुमशुदगी के मामले:
SIT ने राज्य की सभी पुलिस थानों से 1995 से 2005 तक और फिर 2015 तक दर्ज हुए गुमशुदगी, अनसुलझे मामलों और बलात्कार के मामलों की जानकारी मांगी है, ताकि इस मामले की व्यापकता को समझा जा सके।
हालांकि अब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन 6ठे स्थान पर अवशेष मिलने से मामले में नया मोड़ आ गया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि FSL रिपोर्ट और SIT की आगे की जांच से क्या खुलासा होता है।







