ईश्वर ने इस सृष्टि में किसी को भी न दिया जाने वाला एक दुर्लभ अवसर केवल मनुष्यों को ही दिया है – और वह है ‘वाणी‘। पृथ्वी पर 84 लाख करोड़ प्रकार के जीव-जंतु हैं, लेकिन उनमें से केवल मनुष्य ही बोलने की क्षमता रखता है। जब ऐसा अनमोल अवसर मिला हो, तो शब्दों का प्रयोग बहुत सोच-समझकर और सावधानी से करना चाहिए। वाणी सात्विक होनी चाहिए। बातें ऐसी नहीं होनी चाहिए जो दूसरों को दुख पहुंचाएं या जिससे अहंकार झलके। यदि ऐसा होता है, तो समाज ऐसे व्यक्ति से दूरी बना लेता है।
लेकिन दुर्भाग्य से, तेलुगु फिल्म उद्योग (टॉलीवुड) में एक प्रमुख नायक के रूप में अपनी पहचान बना चुके विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda) अपनी जुबान पर काबू नहीं रख पा रहे हैं।
‘मैं टॉप पर जाकर बैठूंगा’
विजय देवरकोंडा अपने ‘एटीट्यूड’ (attitude) के कारण पहले ही कई प्रशंसकों को खुद से दूर कर चुके हैं, और यही नहीं, उन्होंने कई बड़े सितारों के फैंस के गुस्से का भी सामना किया है। फिर भी, ऐसा लगता है कि वह नहीं बदले हैं। विजय देवरकोंडा की नवीनतम फिल्म ‘किंगडम’ (Kingdom) इस महीने की 31 तारीख को रिलीज होने वाली है।
इस फिल्म के प्री-रिलीज इवेंट में, जो तिरुपति में आयोजित किया गया था, विजय ने कुछ ऐसा कह दिया है जो फिर से चर्चा का विषय बन गया है। विजय ने कहा, “इस फिल्म के साथ मेरा टॉप हीरो बनना तय है। मैं टॉप पर जाकर बैठ जाऊंगा। मैं बहुत बड़ा आदमी बन जाऊंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि दर्शकों के आशीर्वाद और भगवान वेंकटेश्वर (वेंकन्नास्वामी) की कृपा के साथ, “मुझे रोकने वाला कोई नहीं है।“
आत्मविश्वास अच्छी बात है, पर…
फिल्म पर आत्मविश्वास के साथ बात करना अच्छा है, लेकिन यह अति-आत्मविश्वास (Overconfidence) न बन जाए, इसका ध्यान रखना चाहिए। विजय ने फिल्म ‘लाइगर‘ (Liger) के प्रमोशन कार्यक्रमों के दौरान भी इसी तरह की बातें की थीं, और उनका एटीट्यूड बॉलीवुड में किसी को पसंद नहीं आया था। पैर पर पैर रखकर बैठना, बात करते समय पैर हिलाना, और बड़े लोगों की उपस्थिति में भी मनमाने ढंग से व्यवहार करने के कारण उनकी काफी आलोचना हुई थी।
व्यक्तित्व यदि अच्छा हो, तो स्वाभाविक रूप से हमारी मानसिकता बदलती है, और उसी के अनुसार हम कहानियों का चयन करके सफलता प्राप्त करते हैं। लेकिन ‘अर्जुन रेड्डी’ (Arjun Reddy) और ‘गीता गोविंदम’ (Geetha Govindam) को छोड़कर, विजय की अब तक कोई भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ा कमाल नहीं कर पाई है।
अब विजय को पूरा भरोसा है कि ‘किंगडम’ जरूर चलेगी। खैर, देखते हैं कि क्या होता है और दर्शक उनके इस ‘एटीट्यूड’ और आत्मविश्वास को कितना स्वीकार करते हैं।







