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HDFC बैंक के तिमाही नतीजे: जानिए क्या है भविष्य

Published On: July 20, 2025
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HDFC बैंक के तिमाही नतीजे: जानिए क्या है भविष्य
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HDFC बैंक ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के अपने वित्तीय नतीजे (Financial Results) घोषित किए हैं, जो उम्मीद के विपरीत कुछ निराशाजनक तस्वीर पेश कर रहे हैं। बैंक ने ₹16,258 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ (Consolidated Net Profit) दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (YoY) के ₹16,475 करोड़ की तुलना में मामूली गिरावट को दर्शाता है। यह तब हुआ जब बैंक को अपनी सहायक कंपनी HDB Financial Services (HDB FS) के IPO (Initial Public Offering) से ₹9,128 करोड़ का एकमुश्त पूर्व-कर लाभ (One-time Pre-tax Gain) भी प्राप्त हुआ।

सब-लाइन परफॉर्मेंस पर प्रोविजन्स का असर:

बैंक के सब-लाइन प्रदर्शन (Subdued Bottom-line Performance) का मुख्य कारण यह है कि बैंक ने कुल ₹14,442 करोड़ का प्रोविजन्स (Total Provisions) बनाया है। इसमें ₹9,000 करोड़ के फ्लोटिंग प्रोविजन्स (Floating Provisions) और ₹1,700 करोड़ के आकस्मिक बफर (Contingent Buffers) शामिल हैं। यह संभावित संपत्ति गुणवत्ता दबाव (Potential Asset Quality Pressure) के प्रति बैंक की सतर्कता (Caution) को इंगित करता है।

HDB IPO और शेयरधारिता में बदलाव:

अपनी सहायक कंपनी HDB Financial Services के IPO के बाद, HDFC बैंक की कंपनी में हिस्सेदारी पिछले तिमाही के 94.32% से घटकर 30 जून, 2025 तक 74.19% हो गई है। यह ‘गैर-प्रमुख व्यवसाय से बाहर निकलना’ (Exiting Non-core Businesses) की रणनीति का हिस्सा है, ताकि मुख्य व्यवसाय पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जा सके।

स्टैंडअलोन प्रदर्शन और प्रमुख वित्तीय मैट्रिक्स:

  • स्टैंडअलोन नेट इंटरेस्ट इनकम (Standalone Net Interest Income – NII): Q1 FY26 में NII 5.4% बढ़कर ₹31,438 करोड़ हो गया, जो बैंक की मुख्य कमाई क्षमता (Core Earning Capacity) में वृद्धि का संकेत देता है।
  • EBITDA मार्जिन (EBITDA Margins): तिमाही के लिए EBITDA मार्जिन में 200 आधार अंकों (200 Basis Points) का विस्तार हुआ है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 14.5% हो गया है। यह परिचालन दक्षता (Operating Efficiency) में सुधार को दर्शाता है।
  • NIM (Net Interest Margin): हालांकि NII में वृद्धि हुई है, NIM का विशिष्ट आंकड़ा रिपोर्ट में नहीं दिया गया है, जो विश्लेषण के लिए एक बिंदु हो सकता है।

शेयरों का प्रदर्शन:

HDFC बैंक के शेयर ने हाल ही में 3.3% का उछाल दर्ज किया, जिसने ₹20.65 का इंट्रा-डे उच्च स्तर हासिल किया। हालांकि, यह शेयर जुलाई 2024 में दर्ज किए गए अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर ₹27.20 से 24% नीचे है। पिछले साल मार्च 2025 में यह ₹16.02 के 52-सप्ताह के निम्न स्तर पर भी आया था। पिछले एक साल में, शेयर में 22% की गिरावट आई है, लेकिन 2025 में साल-दर-तारीख (Year-to-date) आधार पर 5% की मामूली बढ़त दर्ज की गई है।

बाजार विशेषज्ञों की राय:

SMC ग्लोबल सिक्योरिटीज (SMC Global Securities) की वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक (Senior Research Analyst) सीमा श्रीवास्तव (Seema Srivastava) ने कहा कि Jio Financial Services ने स्वस्थ विकास, विवेकपूर्ण जोखिम प्रबंधन, और स्केलेबल डिजिटल-फर्स्ट संचालन (Scalable Digital-first Operations) का प्रदर्शन किया है, जिससे यह भारत के वित्तीय सेवा पारिस्थितिकी तंत्र में एक उभरती हुई ताकत बन गई है।

क्या आप इस स्टॉक में निवेश करें?

HDFC बैंक के मजबूत फंडामेंटल, रिटेल ग्राहक आधार, और डिजिटल पेशकशों (Digital Offerings) के कारण, यह विश्लेषकों के रडार पर बना हुआ है। हालांकि, बढ़ी हुई प्रोविजन्स और कमजोर बॉटम-लाइन प्रदर्शन को देखते हुए, निवेशकों को अल्पावधि (Short-term) में सावधानी बरतने और दीर्घकालिक (Long-term) संभावनाओं का आकलन करने की सलाह दी जाती है। ‘अमेरिका में बैंकिंग क्षेत्र’ और ‘ब्रिटेन में वित्तीय सेवाएं’ के रुझानों के मुकाबले, भारत का बैंकिंग सेक्टर अभी भी मजबूत बना हुआ है, और HDFC बैंक इस क्षेत्र का एक प्रमुख खिलाड़ी है।

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