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Labubu doll का बढ़ता खुमार और Archana Gautam का चौंकाने वाला दावा: ये क्यूट सी दिखने वाली डॉल…

Published On: July 18, 2025
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Labubu doll का बढ़ता खुमार और Archi Gautam का चौंकाने वाला दावा: ये क्यूट सी दिखने वाली डॉल...
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Labubu doll (लाबूबू डॉल)आजकल इंटरनेट और सोशल मीडिया पर धूम मची हुई है। यह क्यू (Qiu Qiu) द्वारा डिज़ाइन की गई एक प्यारी सी डॉल है, जिसने अपनी अनोखी और आकर्षक डिज़ाइन के कारण दुनिया भर में, विशेष रूप से भारत (India), अमेरिका (USA), और यूनाइटेड किंगडम (UK) जैसे देशों में, लाखों लोगों का दिल जीत लिया है। इंस्टाग्राम (Instagram) पर इसके 1.4 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं, और यह अक्सर ट्रेंडिंग (Trending) टॉपिक्स में दिखाई देती है। हालाँकि, इसकी बढ़ती लोकप्रियता के बीच, बिग बॉस 16 (Bigg Boss 16) की पूर्व कंटेस्टेंट आर्चना गौतम (Archana Gautam) ने एक ऐसा दावा किया है जिसने सभी को चौंका दिया है।

आर्चना गौतम का दावा: ‘लाबूबू डॉल’ है शापित!

अभिनेत्री अर्चना गौतम, जो रियलिटी शो ‘बिग बॉस 16’ में अपने बोल्ड अंदाज़ (Bold Style) और बेबाक बयानों (Outspoken Statements) के लिए जानी जाती हैं, ने दावा किया है कि ‘लाबूबू डॉल’ श्रापित (Cursed) है। उनका कहना है कि जिसके पास भी यह डॉल होती है, उसके साथ कुछ बुरा (Bad Omen / Misfortune) जरूर होता है। अर्चना ने एक वायरल वीडियो (Viral Video) में यह दावा किया है, जिसमें वह बताती हैं कि उनकी एक रिश्तेदार की दोस्त (Relative’s Friend) के साथ इस डॉल के कारण एक बुरी घटना (Bad Incident) घटी थी।

ट्रेंडिंग डॉल का असली सच:

असल में, ‘लाबूबू डॉल’, जिसका पूरा नाम ‘किआओ किआओ’ (Qiu Qiu) है, चीन के एक डिजिटल कलाकार (Digital Artist) द्वारा बनाया गया एक डिजिटल कैरेक्टर (Digital Character) है। लेकिन, कुछ समय बाद, इस कैरेक्टर को 3D सॉफ्ट डॉल (3D Soft Dolls) के रूप में बाजार में उतारा गया, जो जल्दी ही इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो गईं। इनका अनोखा और थोड़ा “डरवाना” (Mischievous / Creepy) लुक, जिसे “डार्क ह्यूमर” (Dark Humour) से भी जोड़ा जाता है, ने इसे बेहद लोकप्रिय बना दिया है।

क्या वाकई हैं ये डॉल शापित? एक्सपर्ट्स की राय:

हालांकि, यह ‘श्रापित होने’ का दावा सिर्फ एक अफवाह (Rumor) और सोसाइटी का अंधविश्वास (Societal Superstition) माना जा रहा है। विशेषज्ञों (Experts) के अनुसार, ऐसे वायरल ट्रेंड्स (Viral Trends) अक्सर ऑनलाइन मार्केटिंग (Online Marketing) और डिजिटल प्रचार (Digital Promotion) का नतीजा होते हैं। कभी-कभी, ये रुझान किसी उत्पाद की साधारण मार्केटिंग (Simple Marketing) से शुरू होते हैं, लेकिन सनसनीखेज दावों के कारण जल्दी ही ‘श्रापित’ या ‘जादुई’ के रूप में लोकप्रिय हो जाते हैं।

भावनाओं का खेल और सोशल मीडिया का प्रभाव:

सोशल मीडिया पर, जब भी कोई चीज “टैबू” (Taboo) या “ऑफ-लिमिट्स” (Off-limits) होती है, तो लोग जिज्ञासा (Curiosity) के कारण उसकी ओर अधिक आकर्षित होते हैं। ‘लाबूबू डॉल’ का मामला भी कुछ ऐसा ही है। इसकी विशिष्टता और अजीबोगरीब डिज़ाइन, जिसे ‘ओडिटी’ (Oddity) के रूप में देखा जा सकता है, इसे “आम से अलग” बनाती है। जब सेलेब्रिटीज (Celebrities) जैसे कि BTS के जुंगकुक (Jungkook) या भारत के आर्ची गौतम जैसे लोग इससे जुड़ते हैं, तो इसकी लोकप्रियता और भी बढ़ जाती है।

कानूनी पहलू और डिजिटल जिम्मेदारी:

यह मामला डिजिटल युग (Digital Age) में साइबर बदनामी (Cyber Defamation) और फर्जी सूचना के प्रसार (Spread of False Information) के बारे में भी सवाल उठाता है। जब अर्चना गौतम जैसे सार्वजनिक व्यक्ति ऐसे दावे करते हैं, तो उनके सबूतों की जांच करना और सार्वजनिक उन्माद (Public Frenzy) को गलत दिशा में जाने से रोकना महत्वपूर्ण होता है। पुलिस द्वारा “कानूनी शिकायतों” (Legal Complaints) के संदर्भ में की गई जांच, डीपफेक (Deepfake) और AI-जनित सामग्री (AI-generated Content) के बढ़ते खतरे को भी उजागर करती है।

हमारी सलाह:

जबकि ‘लाबूबू डॉल’ की यह कहानी मनोरंजन और वायरल ट्रेंड्स का एक उदाहरण हो सकती है, यह हमें यह भी सिखाती है कि ऑनलाइन सामग्री पर आंख मूंदकर विश्वास न करें। किसी भी जानकारी को सत्यापित (Verify) करना और सावधान रहना आवश्यक है, खासकर जब यह सांस्कृतिक विश्वासों (Cultural Beliefs) या अफवाहों (Rumors) से जुड़ा हो।

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