Tata Steel: गुरुवार को टाटा स्टील (Tata Steel) के शेयरों में निवेशकों का उत्साह देखा गया, जिसमें स्टॉक ने 1.7% तक की बढ़त दर्ज की। यह लगातार तीसरा दिन था जब शेयर में तेजी बनी रही, पिछले दो दिनों की रैली के साथ कुल 5.5% की बढ़ोतरी हुई है। इस सकारात्मक प्रदर्शन के पीछे वैश्विक बाजार में मजबूत संकेत (firm global cues), धातु की कीमतों में आई मजबूती (rebound in metal prices) और कंपनी के यूके (UK) ऑपरेशंस के प्रति निवेशकों का आशावाद प्रमुख कारण रहे हैं।
पिछले एक हफ्ते में टाटा स्टील के शेयर में 7% से अधिक का इजाफा हुआ है और पिछले छह महीनों में यह 21% बढ़ा है, हालांकि एक साल के आधार पर यह अभी भी 4% नीचे है। यह दिखाता है कि लंबी अवधि में कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है, जबकि अल्पकालिक उतार-चढ़ाव सामान्य हैं।
चीन के मजबूत आर्थिक आंकड़ों का प्रभाव:
बुधवार को वैश्विक स्टील फ्यूचर्स में आई मजबूती के साथ टाटा स्टील के शेयरों में 3% से अधिक की तेजी आई थी। यह तेजी चीन के मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट में सुधार के संकेतों से प्रेरित थी, जिसने वैश्विक धातु बाजार को सकारात्मक ऊर्जा दी। गुरुवार को भी यह तेजी जारी रही, जिससे स्टॉक ने बीएसई (BSE) पर इंट्राडे में नया उच्च स्तर छुआ।
यह रैली चीन की फैक्ट्री गतिविधि के जून में विस्तार क्षेत्र में लौटने के बाद आई है। आधिकारिक पीएमआई (PMI) और कैक्सिन पीएमआई (Caixin PMI) दोनों ने नवंबर 2024 के बाद से उच्चतम उत्पादन रीडिंग दिखाई है। इस समाचार ने वैश्विक भावना को बढ़ाया, जिससे चीन के ** ڈالlian कमोडिटी एक्सचेंज (Dalian Commodity Exchange)** पर सबसे ज्यादा कारोबार वाले सितंबर लौह अयस्क अनुबंध (September iron ore contract) में 1.69% की वृद्धि हुई और यह 722.5 युआन ($100.81) प्रति मीट्रिक टन तक पहुंच गया। इसी तरह, सिंगापुर एक्सचेंज (Singapore Exchange) पर बेंचमार्क अगस्त अनुबंध (August contract) 1.82% बढ़कर $94.9 प्रति टन हो गया। शंघाई फ्यूचर्स एक्सचेंज (Shanghai Futures Exchange) पर भी स्टील फ्यूचर्स में तेजी देखी गई, जिसमें रीबार (rebar) 2.61%, हॉट-रोल्ड कॉइल (hot-rolled coil) 2.24%, वायर रॉड (wire rod) 1.03% और स्टेनलेस स्टील (stainless steel) 1.08% ऊपर गए।
भारतीय मेटल स्टॉक्स में भी तेजी:
सकारात्मक वैश्विक संकेतों से उत्साहित होकर, अन्य भारतीय मेटल स्टॉक्स में भी गुरुवार को तेजी आई। निफ्टी मेटल इंडेक्स (Nifty Metal Index) 0.8% बढ़ा, जिसमें एनएमडीसी (NMDC), नालको (NALCO), हिंडाल्को (Hindalco), और जिंदल स्टेनलेस (Jindal Stainless) जैसी कंपनियों के शेयर 1% से 2% के बीच चढ़े। यह दर्शाता है कि वैश्विक मेटल मार्केट में सुधार का सीधा असर भारतीय कंपनियों पर भी पड़ रहा है।
यूके ऑपरेशंस से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद:
निवेशकों की भावना को और टाटा समूह के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन (Natarajan Chandrasekaran) के कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) में दिए गए बयानों ने बल दिया। शेयरधारकों के सवालों का जवाब देते हुए, चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा स्टील के यूके ऑपरेशंस से इस साल बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है और वे निश्चित रूप से EBITDA-पॉजिटिव होंगे। कंपनी का यूके व्यवसाय, जिसने ऐतिहासिक रूप से लाभप्रदता पर बोझ डाला है, अब वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) में EBITDA-पॉजिटिव होने की उम्मीद है, और उसके बाद के वर्षों में लाभप्रदता की संभावना है। यह कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है।
टेक्निकल इंडिकेटर्स बुलिश मोमेंटम दर्शाते हैं:
तकनीकी रूप से भी, टाटा स्टील के शेयर मजबूत संकेत दे रहे हैं। स्टॉक सभी आठ प्रमुख सिंपल मूविंग एवरेज (simple moving averages), 5-दिन से 200-दिन तक, के ऊपर कारोबार कर रहा है, जो अल्पकालिक से दीर्घकालिक चार्ट पर लगातार मजबूती का संकेत देता है। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 69.8 पर है, जो ओवरबॉट थ्रेशोल्ड 70 से ठीक नीचे है, जो मजबूत खरीदारी रुचि (strong buying interest) का संकेत देता है। इसके अतिरिक्त, मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस (MACD) 1.9 पर है और केंद्र और सिग्नल लाइनों दोनों से ऊपर बना हुआ है, जो चल रहे बुलिश ट्रेंड (bullish trend) को मजबूत करता है।
पिछले तीन महीनों में टाटा स्टील के शेयरों में 8% और पिछले एक महीने में 5% का इजाफा हुआ है। ये तकनीकी और मौलिक दोनों तरह के संकेत टाटा स्टील के शेयरों के लिए एक सकारात्मक दृष्टिकोण पेश करते हैं।