Indian techie: सिलिकॉन वैली, जो नवाचार और तकनीकी प्रगति का वैश्विक केंद्र है, इन दिनों एक भारतीय टेक विशेषज्ञ, सोहम पारेख, के कथित “मूनलाइटिंग” (एक साथ कई कंपनियों में गुप्त रूप से नौकरी करना) के मामले से हिल गया है। आरोप हैं कि सोहम पारेख एक ही समय में तीन से चार विभिन्न अमेरिकी स्टार्टअप्स के लिए काम कर रहे थे, जिससे तकनीकी उद्योग में प्रतिभाओं की नियुक्ति और भरोसे की नींव पर सवाल खड़े हो गए हैं।
इस मामले का खुलासा सबसे पहले प्लेग्राउंड एआई (Playground AI) के संस्थापक, सुहैल दोशी ने किया, जिन्होंने सैन फ्रांसिस्को स्थित एक पोस्ट में सोहम पारेख पर निशाना साधा। दोशी ने लिखा, “पीएसए: सोहम पारेख नाम का एक व्यक्ति (भारत में) है जो एक साथ 3-4 स्टार्टअप्स में काम करता है। उसने वाईसी (Y Combinator) कंपनियों और अन्य को अपना निशाना बनाया है। सावधान रहें।” उन्होंने आगे बताया कि पारेख ने पिछले साल उनकी एक कंपनी में थोड़े समय के लिए काम किया था, लेकिन उनकी दोहरी चाल का पता चलने पर उन्हें एक सप्ताह के भीतर ही निकाल दिया गया था।
इस आरोप के बाद, कम से कम पांच अन्य कंपनियों के संस्थापकों और सीईओ ने सामने आकर सोहम पारेख पर उन्हें धोखा देने या स्कैम (scamming) करने का आरोप लगाया है। इनमें से कई ने स्वीकार किया कि पारेख साक्षात्कार के दौरान बहुत जानकार प्रतीत हुए थे और शुरू में उन्हें विश्वास में लेने में सफल रहे थे।
लिंडी (Lindy) की संस्थापक और सीईओ, फ्लो क्रिवेलो (Flo Crivello), ने बताया कि उन्होंने सोहम पारेख को एक सप्ताह पहले ही काम पर रखा था और वे उनके साक्षात्कारों में “अविश्वसनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन” करने से प्रभावित थीं। उन्होंने लिखा, “हे भगवान! हमने इस व्यक्ति को एक सप्ताह पहले काम पर रखा था। आज सुबह बर्खास्त कर दिया। वह साक्षात्कारों में इतना शानदार था, जाहिर है उसने बहुत ट्रेनिंग ली होगी। आप लोग बाहर सावधान रहें।” क्रिवेलो ने पारेख के साक्षात्कार के नोट्स भी साझा किए, जहाँ उन्होंने उल्लेख किया था कि उन्होंने एंटीमेटल (Antimetal) को समय क्षेत्र के अंतर और कंपनी के “फिनोप्स (finops) कंपनी में बदलने” के कारण छोड़ा था, और उन्हें यकीन नहीं था कि वे इसका हिस्सा बनना चाहते हैं।
एंटीमेटल (Antimetal) के सीईओ, मैथ्यू पार्कर (Matthew Parkhurst), ने भी पुष्टि की कि सोहम पारेख उनके लिए काम कर चुके थे। उन्होंने पारेख को “वास्तव में स्मार्ट” बताया, लेकिन यह भी कहा कि उन्हें कई अन्य कंपनियों के लिए काम करने के कारण निकाल दिया गया था। पार्कर ने एक्स (X) पर मजाक में कहा, “सच कहूं तो, सोहम को काम पर रखना एक तरह की नई रस्म बन गई है। किसी भी महान कंपनी को इससे गुजरना चाहिए।” उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने जल्दी ही महसूस कर लिया था कि वह एक साथ कई कंपनियों के लिए काम कर रहे हैं और इसी कारण उन्हें जाने दिया गया।
फ्लीट एआई (Fleet AI) के सह-संस्थापक और सीईओ, निकोलेई अपोरोव (Nicolai Ouporov), ने भी इस बात की पुष्टि की कि पारेख किसी भी समय कई स्टार्टअप्स में काम करते हैं। सुहैल दोशी द्वारा सार्वजनिक रूप से साझा किए गए पारेख के सीवी (CV) में फ्लीट एआई भी उन कंपनियों में से एक के रूप में सूचीबद्ध है जहाँ उन्होंने काम किया है।
सैन फ्रांसिस्को स्थित मोज़ेक (Mosaic) के संस्थापक आदिश जैन (Adish Jain) ने भी दोशी के बयानों की पुष्टि की और कहा कि पारेख ने साक्षात्कारों में “शानदार” प्रदर्शन किया था। इसी तरह, वार्प (Warp) की हेड ऑफ़ प्रोडक्ट, मिशेल लिम (Michelle Lim), ने बताया कि पारेख को आरोप सामने आने से पहले एक कार्य परीक्षण के लिए काम पर रखा गया था, जिसे अब रद्द कर दिया गया है।
सोहम पारेख की प्रतिक्रिया:
इस पूरे विवाद के केंद्र में आए सोहम पारेख ने हालांकि इस घटना पर सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन दोशी के अनुसार, उन्होंने दोशी से निजी तौर पर संपर्क किया था। दोशी ने सोहम की कही बातों का सार साझा किया, जिसमें भारतीय टेक विशेषज्ञ ने अपने काम पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने पूछा, “यहGenuine सलाह के रूप में पूछ रहा हूं क्योंकि मुझे वास्तव में वही पसंद है जो मैं करता हूं, क्या मैंने अपने करियर को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है? मैं अपनी स्थिति को कैसे सुधार सकता हूं? मैं सच बताने के लिए भी तैयार हूं।”
यह मामला स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है, जहां प्रतिभाओं की कमी और संसाधनों की तंगी के बीच, संस्थापकों को अपने कर्मचारियों की निष्ठा और प्रतिबद्धता पर भरोसा करना पड़ता है। इस प्रकार की गतिविधियां न केवल संबंधित कंपनियों के लिए वित्तीय और परिचालन चुनौतियां पैदा करती हैं, बल्कि यह समग्र तकनीकी रोजगार बाजार में विश्वास की भावना को भी कमज़ोर करती हैं।