Haryana CET Exam News: हरियाणा में ग्रुप-सी पदों के लिए आयोजित होने वाली कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) परीक्षा के पंजीकरण को लेकर आज पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में एक महत्वपूर्ण याचिका पर सुनवाई होगी। यह सुनवाई न्यायमूर्ति विनोद एस भारद्वाज की अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा की जाएगी। याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से मांग की है कि हरियाणा सरकार द्वारा CET पंजीकरण के लिए खोले गए पोर्टल को एक बार फिर से खोला जाए। इसके अलावा, यह भी मांग की गई है कि जिन अभ्यर्थियों ने पहले पंजीकरण कराया था, उन्हें अपने विवरणों में सुधार करने का अवसर भी प्रदान किया जाए। गौरतलब है कि यह परीक्षा प्रदेश में लगभग तीन साल के लंबे इंतजार के बाद आयोजित होने वाली है और उम्मीद है कि जुलाई माह में इसका आयोजन होगा। इस परीक्षा के लिए अब तक 13 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने अपना पंजीकरण कराया है। यदि आज की सुनवाई में उच्च न्यायालय याचिकाकर्ताओं के पक्ष में कोई निर्णय लेता है, तो परीक्षा की निर्धारित तिथियों में देरी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री की घोषणा: पोर्टल पुनः नहीं खुलेगा, पर मिलेगी राहत!
इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में मंत्रिमंडल की बैठक के उपरांत एक संवाददाता सम्मेलन में यह स्पष्ट किया है कि हरियाणा ग्रुप-सी भर्ती के लिए आयोजित होने वाली कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट परीक्षा हेतु पंजीकरण पोर्टल को पुनः नहीं खोला जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही पोर्टल बंद कर दिया गया हो, लेकिन जिन उम्मीदवारों को आरक्षित श्रेणी का प्रमाण पत्र जमा करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा था, उन्हें परीक्षा के पश्चात् यह प्रमाण पत्र जमा करने की अनुमति दी जाएगी। यह घोषणा उन लाखों अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है जिन्हें प्रमाण पत्रों को अपलोड करने में तकनीकी या अन्य कारणों से समस्या हुई थी। इससे उन्हें परीक्षा में बैठने का अवसर अवश्य मिलेगा।
याचिकाकर्ताओं की मांगें: पंजीकरण और सुधार का अवसर
यह याचिका शीतल, निशा, राखी, नेसी, सुषमा और तन्नू नामक अभ्यर्थियों द्वारा दायर की गई है। उनकी मुख्य मांगें यह हैं कि सरकार हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा संचालित इस महत्वपूर्ण परीक्षा के लिए पंजीकरण पोर्टल को कुछ अतिरिक्त दिनों के लिए पुनः खोला जाए, ताकि जो योग्य अभ्यर्थी किसी कारणवश अपना पंजीकरण नहीं करा पाए थे, वे भी इस अवसर का लाभ उठा सकें। साथ ही, पूर्व में पंजीकृत अभ्यर्थियों को अपने फॉर्म में सुधार करने की अनुमति दी जाए, क्योंकि कई बार तकनीकी त्रुटियों या गलत सूचना दर्ज होने से अभ्यर्थियों को समस्या हो सकती है। यह भी संभव है कि कोर्ट अभ्यर्थियों को अपनी आरक्षित श्रेणी के प्रमाण पत्र जमा करने के लिए अतिरिक्त समय देने की मांग पर भी विचार करे, जैसा कि मुख्यमंत्री ने संकेत दिया है।
HSSC CET परीक्षा का महत्व और अभ्यर्थियों की उत्सुकता
हरियाणा CET परीक्षा प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिए एक महत्वपूर्ण द्वार है, और इसके माध्यम से विभिन्न ग्रुप-सी के पदों पर भर्तियां की जानी हैं। तीन साल बाद हो रही इस परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में खासा उत्साह और उत्सुकता है। 13 लाख से अधिक पंजीकरण यह दर्शाते हैं कि प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिए प्रतिस्पर्धा कितनी अधिक है। सभी अभ्यर्थी इस आस में हैं कि उच्च न्यायालय का निर्णय उनके पक्ष में आए ताकि उन्हें परीक्षा में शामिल होने का समान अवसर मिल सके।