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J. Krishnamurti Quotes: मन की उलझनें दूर कर देंगे ये प्रेरणादायक विचार, बदल जाएगी जिंदगी

Published On: June 28, 2025
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J. Krishnamurti Quotes: मन की उलझनें दूर कर देंगे ये प्रेरणादायक विचार, बदल जाएगी जिंदगी
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J. Krishnamurti Quotes: विश्व प्रसिद्ध दार्शनिक, वक्ता और लेखक जे. कृष्णमूर्ति (J. Krishnamurti) को हमेशा मन की प्रकृति, चेतना और मानवीय अस्तित्व पर अपनी मौलिक और गहरी अंतर्दृष्टि के लिए जाना जाता था। उनके शब्द सिर्फ कोरे उपदेश नहीं थे, बल्कि गहन ज्ञान और प्रज्ञा से भरे हुए थे जो व्यक्ति को अपनी कंडीशनिंग, भय और सीमाओं से परे देखने के लिए चुनौती देते थे। उनके सिखाए गए सिद्धांत किसी धर्म या राष्ट्रीयता से नहीं बंधे थे, और इसीलिए आज भी भारत से लेकर अमेरिका और ब्रिटेन तक उनके अनुयायी हैं।

अगर आप भी जीवन के किसी मोड़ पर खुद को निराश, हताश या प्रेरणाहीन महसूस कर रहे हैं, या आधुनिक जीवन के तनाव और भ्रम से जूझ रहे हैं, तो जे. कृष्णमूर्ति के ये शक्तिशाली विचार आपको तुरंत एक नई दिशा और आत्मबल प्रदान करेंगे


जे. कृष्णमूर्ति के अनमोल और प्रेरणादायक विचार

हमने जे. कृष्णमूर्ति के सबसे प्रेरणादायक और विचारोत्तेजक विचारों की एक सूची तैयार की है। ये महज कोट्स नहीं, बल्कि जीवन को देखने के नए नजरिए हैं:

  1. “बिना मूल्यांकन किए निरीक्षण करने की क्षमता ही बुद्धिमत्ता का उच्चतम रूप है।”
    (The ability to observe without evaluating is the highest form of intelligence.)
  2. “सत्य एक पथहीन भूमि है।”
    (Truth is a pathless land.)
  3. “एक गहन बीमार समाज के साथ अच्छी तरह से समायोजित होना स्वास्थ्य का पैमाना नहीं है।”
    (It is no measure of health to be well adjusted to a profoundly sick society.)
  4. “जब आप किसी चीज़ को ‘मेरा’ कहते हैं, तो आप उस चीज़ को नहीं, बल्कि खुद को माप रहे होते हैं।”
    (When you call yourself an Indian or a Muslim or a Christian or a European, or anything else, you are being violent.)
  5. “डर से मुक्ति पल में होती है, भविष्य में नहीं।”
    (Freedom from the known is death, and then you are living.)
  6. “संबंधों का उद्देश्य आत्म-खोज का एक साधन बनना है।”
    (Relationship is a mirror in which you see yourself as you are.)
  7. “आप दुनिया हैं और दुनिया आप है।”
    (You are the world and the world is you.)
  8. “सच्ची शिक्षा महत्वाकांक्षा को नहीं, बल्कि समझ को प्रोत्साहित करती है।”
    (Real learning comes about when the competitive spirit has ceased.)

यह विचार आपको आत्म-निरीक्षण करने और जीवन की समस्याओं को एक नई और गहरी समझ के साथ देखने के लिए प्रेरित करेंगे। जे. कृष्णमूर्ति हमें सिखाते हैं कि सच्चा परिवर्तन बाहरी दुनिया में नहीं, बल्कि हमारे भीतर ही शुरू होता है।

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