Railway Mega Block: पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) प्रशासन ने गोरखपुर जंक्शन पर अगस्त महीने में एक बार फिर से एक बड़े रेलवे मेगा ब्लॉक (Railway Mega Block) को अंजाम देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए लगभग एक सप्ताह के ब्लॉक का प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। रेलवे बोर्ड से हरी झंडी मिलते ही ब्लॉक की अंतिम तारीखों की घोषणा कर दी जाएगी। इस ब्लॉक से पूर्वांचल और बिहार जाने वाले लाखों यात्रियों पर असर पड़ सकता है।
क्यों जरूरी है यह मेगा ब्लॉक?
इस मेगा ब्लॉक का मुख्य उद्देश्य गोरखपुर के आसपास रेलवे के आधारभूत ढांचे को विश्वस्तरीय बनाना है। ब्लॉक के दौरान दो प्रमुख कार्य किए जाएंगे:
- गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन का नॉन-इंटरलॉकिंग:
- गोरखपुर-नखा जंगल दोहरी लाइन का नॉन-इंटरलॉकिंग:
यह एक आधुनिक सिग्नलिंग प्रणाली है, जिसके पूरा होने के बाद इन व्यस्त मार्गों पर ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से स्वचालित और निर्बाध हो जाएगा। ट्रेनों को क्रॉसिंग या सिग्नल के लिए इन स्टेशनों पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे पटरियों की क्षमता (Track Capacity) में भारी वृद्धि होगी और ट्रेनों की समयबद्धता में भी अभूतपूर्व सुधार होगा।
क्या है काम की वर्तमान स्थिति?
जानकारी के अनुसार, गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन और गोरखपुर-नखा जंगल डबल लाइन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और अपने अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि यह काम जुलाई के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
सुरक्षा के लिहाज से, गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी रेलवे लाइन के लिए धर्मशाला पुल और तरंग चौराहे के बीच सड़क किनारे स्थित पुरानी और जर्जर दीवार को तोड़कर एक नई, मजबूत दीवार का निर्माण किया गया है। यह दीवार रिकॉर्ड समय में पूरी की गई है। पुरानी दीवार ट्रेनों के बढ़े हुए दबाव और कंपन को झेलने में सक्षम नहीं थी, इसलिए नई दीवार बनाना अनिवार्य था।
अन्य रूट पर भी चल रहा है काम
यह अपग्रेडेशन सिर्फ गोरखपुर तक सीमित नहीं है। उत्तर पूर्वी रेलवे के गोंडा-बाराबंकी रेलखंड पर भी करनैलगंज-सरयू-जारवाल रोड-घाघरा घाट (21.41 किमी) के बीच तीसरी रेल लाइन के लिए प्री-नॉन-इंटरलॉकिंग का काम 30 जून तक चलेगा, जिसके बाद 1 से 4 जुलाई तक नॉन-इंटरलॉकिंग होगी। इस रूट पर 5 जुलाई से ट्रेनों का परिचालन सामान्य होने की उम्मीद है।
गोरखपुर जंक्शन पर नए फुट ओवरब्रिज (FOB) के लिए भी ब्लॉक
तीसरी लाइन के काम के अलावा, गोरखपुर जंक्शन पर यात्रियों की सुविधा के लिए एक नया फुट ओवरब्रिज (FOB) भी बनाया जा रहा है। इसके लिए प्लेटफॉर्म नंबर तीन और चार पर जल्द ही एक ब्लॉक लिया जाएगा, जहाँ FOB के पिलर की नींव तैयार हो रही है। इसी तरह का ब्लॉक प्लेटफॉर्म नंबर 5/6, 7/8 और 9 पर भी लिया जाएगा। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पिलर की नींव का काम पहले ही पूरा किया जा चुका है।
भले ही इस मेगा ब्लॉक के दौरान यात्रियों को कुछ दिनों की असुविधा का सामना करना पड़ेगा, लेकिन इसके पूरा होने के बाद गोरखपुर से ट्रेनों का परिचालन पहले से कहीं ज्यादा सुगम, तेज और सुरक्षित हो जाएगा।