---Advertisement---

Rajasthan ACB Raid: भ्रष्टाचार मिटाने वाला ही निकला ‘घूसखोर’, ASP की गाड़ी से मिले लाखों

Published On: June 28, 2025
Follow Us
Rajasthan ACB Raid: भ्रष्टाचार मिटाने वाला ही निकला 'घूसखोर', ASP की गाड़ी से मिले लाखों
---Advertisement---

Rajasthan ACB Raid: राजस्थान से इस वक्त की सबसे बड़ी और हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। प्रदेश में भ्रष्टाचार पर लगाम कसने वाले भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti-Corruption Bureau – ACB) ने एक ऐसी कार्रवाई की है, जिसने “रक्षक ही भक्षक” वाली कहावत को चरितार्थ कर दिया है। ब्यूरो ने अपने ही एक बड़े अधिकारी, एक एडिशनल एसपी (Additional SP) जगराम मीणा, को रिश्वतखोरी के गंभीर मामले में ट्रैप कर लिया है। यह विडंबना ही है कि जो अधिकारी दूसरों को भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ता था, आज वह खुद ही रिश्वत के जाल में फंस गया है।

‘मासिक बंदी’ की मोटी रकम लेकर जा रहा था अफसर

मामला और भी सनसनीखेज इसलिए है क्योंकि एडिशनल एसपी जगराम मीणा का हाल ही में झालावाड़ से भीलवाड़ा ट्रांसफर हुआ था। जयपुर एसीबी की टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि मीणा अपने ट्रांसफर के बाद झालावाड़ से ‘मासिक बंदी’ (Monthly Bribe Collection) की एक मोटी रकम अपने साथ लेकर जा रहा है।

इसी सूचना पर कार्रवाई करते हुए, जयपुर एसीबी की टीम ने पूरी योजना के साथ जयपुर के पास शिवदासपुरा टोल प्लाजा पर घेराबंदी की। जैसे ही जगराम मीणा अपनी गाड़ी से वहां पहुंचा, टीम ने उसे रोक लिया और वाहन की तलाशी ली। तलाशी के दौरान गाड़ी से 9 लाख 50 हजार रुपये की नकदी बरामद हुई। जब इस रकम के बारे में पूछा गया तो मीणा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। एसीबी का मानना है कि यह पैसा वही मासिक बंदी का है, जिसे वह विभिन्न विभागों और लोगों से वसूल कर अपने साथ ले जा रहा था

एक साल से चल रहा था घूसखोरी का खेल?

आपको बता दें कि एडिशनल एसपी जगराम मीणा पिछले लगभग एक वर्ष से अधिक समय से झालावाड़ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में इसी पद पर तैनात था। एसीबी अब इस बात की जांच कर रही है कि यह घूसखोरी का नेटवर्क कब से चल रहा था और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं। कुछ दिन पहले ही जगराम मीणा का तबादला कर उनकी जगह प्रेरणा शेखावत को झालावाड़ का नया एडिशनल एसपी नियुक्त किया गया था।

एसीबी की अपने ही अधिकारी के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई इस बात का स्पष्ट संदेश है कि विभाग भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ (Zero Tolerance) की नीति पर काम कर रहा है और किसी भी भ्रष्ट अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितने भी ऊंचे पद पर क्यों न हो। इस घटना ने पूरे राजस्थान के प्रशासनिक और पुलिस हलकों में हड़कंप मचा दिया है।

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now