---Advertisement---

The Traitors शो के बाद अंशुला कपूर का चौंकाने वाला खुलासा, लेनी पड़ रही है थेरेपी

Published On: June 27, 2025
Follow Us
The Traitors शो के बाद अंशुला कपूर का चौंकाने वाला खुलासा, लेनी पड़ रही है थेरेपी
---Advertisement---

The Traitors रियलिटी टीवी शो अक्सर परदे पर सामने आने वाले ड्रामा, तनाव और रोमांच पर ध्यान केंद्रित करते हैं, लेकिन क्या हम कभी उन प्रतियोगियों के मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर पड़ने वाले गहरे प्रभाव के बारे में सोचते हैं? हाल ही में, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता बोनी कपूर की बेटी और अभिनेता अर्जुन कपूर की बहन, अंशुला कपूर (Anshula Kapoor), जो जियो सिनेमा पर प्रसारित हुए रियलिटी शो ‘द ट्रेटर्स’ में एक प्रतियोगी के रूप में देखी गई थीं, ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि शो खत्म होने के बाद उन्हें PTSD (पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) का निदान किया गया, जो एक गंभीर मानसिक आघात की स्थिति है।

यह खुलासा मनोरंजन की चकाचौंध भरी दुनिया के पीछे के उस स्याह पक्ष को उजागर करता है, जिस पर अक्सर बात नहीं की जाती। आइए इस खबर को और विस्तार से जानते हैं।

अंशुला कपूर ने किया खुलासा: ‘द ट्रेटर्स’ के बाद हुईं PTSD से पीड़ित

एक प्रमुख मीडिया प्रकाशन, ‘द क्विंट (The Quint)‘ के साथ एक साक्षात्कार में, अंशुला कपूर ने अपने दर्दनाक अनुभव पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि रियलिटी शो ‘द ट्रेटर्स (The Traitors India)‘ के दौरान हुए दर्दनाक और तनावपूर्ण अनुभव ने उन्हें एक ऐसी गंभीर स्थिति में धकेल दिया, जिसके कारण शो से बाहर आने के बाद उन्हें गहन थेरेपी (Intensive Therapy) का सहारा लेना पड़ा।

‘द ट्रेटर्स’ एक ऐसा शो है जिसका फॉर्मेट ही मनोवैज्ञानिक खेल, धोखा और विश्वासघात पर आधारित है। इसमें प्रतियोगियों को लगातार यह अनुमान लगाना होता है कि उनके बीच ‘वफादार’ (Faithful) कौन है और ‘गद्दार’ (Traitor) कौन है। इस प्रक्रिया में बने रहने के लिए झूठ बोलना, दूसरों को धोखा देना और लगातार एक तरह के मानसिक दबाव और पैरानोइया (भ्रम) की स्थिति में रहना पड़ता है।

अंशुला ने बताया कि शो का यह माहौल उनके लिए एक दर्दनाक अनुभव (Traumatic Experience) साबित हुआ। लगातार संदेह, डर और भावनात्मक उथल-पुथल के माहौल में रहने का उनके मानसिक स्वास्थ्य पर इतना गहरा असर पड़ा कि जब वह अपनी सामान्य जिंदगी में वापस लौटीं, तो उन्हें इसके प्रभावों से उबरने के लिए पेशेवर मदद की जरूरत पड़ी।

क्या है PTSD (पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर)?

PTSD एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो किसी भयावह या दर्दनाक घटना का अनुभव करने या देखने के बाद उत्पन्न होती है। इसके लक्षणों में गंभीर चिंता, घटना के फ्लैशबैक आना, बुरे सपने और उस घटना से जुड़ी चीजों या स्थितियों से बचने की अनियंत्रित प्रवृत्ति शामिल हो सकती है। यह दिखाता है कि ‘द ट्रेटर्स’ जैसे शो का अनुभव अंशुला के लिए कितना भयावह रहा होगा।

रियलिटी टीवी और मानसिक स्वास्थ्य पर बढ़ती बहस

अंशुला कपूर का यह खुलासा रियलिटी टीवी के मनोवैज्ञानिक प्रभाव (Psychological Impact of Reality TV) पर एक गंभीर बहस छेड़ता है। अक्सर दर्शक इन शो को केवल मनोरंजन के स्रोत के रूप में देखते हैं, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि कैमरे के सामने मौजूद प्रतियोगी भी इंसान हैं, जिनकी अपनी भावनाएं और मानसिक सीमाएं होती हैं। टीआरपी और ड्रामा की होड़ में, कई बार शो के निर्माता ऐसी स्थितियाँ बना देते हैं जो प्रतियोगियों के लिए मानसिक रूप से बेहद हानिकारक साबित हो सकती हैं।

अंशुला का साहसपूर्वक सामने आकर इस मुद्दे पर बात करना मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता (Mental Health Awareness) बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह मनोरंजन उद्योग को भी एक संदेश देता है कि उन्हें अपने प्रतियोगियों की देखभाल और उनके मानसिक कल्याण (Contestant Well-being) को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।

अंत में, अंशुला कपूर का अनुभव एक चेतावनी है कि मनोरंजन की कीमत किसी के मानसिक स्वास्थ्य से बड़ी नहीं हो सकती। उम्मीद है कि उनका यह खुलासा इंडस्ट्री में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेगा।


Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now