Kolkata News: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता एक बार फिर दहल उठी है, जहां एक कानून की छात्रा के साथ कथित तौर पर गैंगरेप की भयावह घटना सामने आई है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह दरिंदगी दक्षिण कोलकाता (South Calcutta) के कसबा इलाके में स्थित उसके साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज (South Calcutta Law College) परिसर के अंदर ही हुई। इस घटना के सिलसिले में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह दिल दहला देने वाली घटना बुधवार, 25 जून, 2025 की शाम को घटी। इस मामले ने शहर में सदमे और गुस्से की लहर दौड़ा दी है, जो अभी भी पिछले साल आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए क्रूर गैंगरेप और हत्या के मामले के जख्मों से उबरने की कोशिश कर रहा है। उस घटना ने पूरे देश में विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया था और महिला सुरक्षा पर एक राष्ट्रीय बहस छेड़ दी थी।
सुरक्षा गार्ड के कमरे में हुई दरिंदगी
पुलिस ने पुष्टि की है कि 24-वर्षीय पीड़िता के साथ शाम 7:30 बजे से 8:50 बजे के बीच, कॉलेज परिसर में स्थित सिक्योरिटी गार्ड के कमरे (Security Guard’s Room) के अंदर कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। शिक्षण संस्थान के भीतर ही इस तरह की घटना ने कैंपस सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पीड़िता द्वारा हिम्मत जुटाकर शिकायत दर्ज कराने के बाद, कोलकाता पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गुरुवार की रात को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस फिलहाल आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।
राष्ट्रव्यापी आक्रोश और महिला सुरक्षा पर चिंता
जैसे ही यह खबर सामने आई, सोशल मीडिया और नागरिक समाज में भारी आक्रोश फैल गया। लोग इस घटना की तुलना आरजी कर मामले से कर रहे हैं और पश्चिम बंगाल में महिला सुरक्षा (Women’s Safety in West Bengal) की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। छात्रों के संगठन और महिला अधिकार कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग करने और शैक्षणिक संस्थानों में छात्राओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने का आह्वान कर रहे हैं।
यह मामला एक बार फिर इस कड़वी सच्चाई को उजागर करता है कि महिलाओं और छात्राओं के लिए सुरक्षित स्थानों का दायरा लगातार सिकुड़ता जा रहा है, और अब कॉलेज जैसे स्थान भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। प्रशासन पर यह भारी दबाव है कि वह इस मामले में तेजी से और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करे और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।