Rajasthan News: राजस्थान में महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों (Mahatma Gandhi Government Schools – MGGS) में अपनी पोस्टिंग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हजारों शिक्षकों के लिए आखिरकार एक बड़ी और अच्छी खबर आ गई है। लगभग एक साल पहले आयोजित हुई विशेष चयन परीक्षा (Special Selection Exam) में सफल हुए उम्मीदवारों को अब जल्द ही नियुक्ति दी जाएगी। भजनलाल सरकार ने इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए नियुक्ति प्रक्रिया को हरी झंडी दे दी है।
इस संबंध में, शिक्षा निदेशक श्री आशीष मोदी ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया। आदेश के अनुसार, चयनित शिक्षकों को 29 जून, 2025 की शाम 5 बजे तक शाला दर्पण पोर्टल (Shala Darpan Portal) पर अपने स्टाफ लॉगिन से लॉग इन करना होगा और नियुक्ति के लिए एक जिले का विकल्प (District Option) अनिवार्य रूप से भरना होगा।
एक साल से था नियुक्ति का इंतजार
आपको बता दें कि राजस्थान में अंग्रेजी माध्यम के इन प्रतिष्ठित स्कूलों में रिक्त पड़े शिक्षक पदों पर भर्ती के लिए पिछले साल अगस्त के महीने में एक विशेष चयन परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में हजारों शिक्षकों ने भाग लिया था और सफल भी हुए थे। लेकिन इतने लंबे इंतजार के बाद भी उनकी नियुक्ति प्रक्रिया रुकी हुई थी, जिससे शिक्षकों में असमंजस और निराशा का माहौल था।
भजनलाल सरकार के निर्देश पर तेज हुई प्रक्रिया
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल के स्पष्ट निर्देशों के अनुसार, प्रदेश में मौजूदा सभी महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम सरकारी स्कूल आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 में सुचारू रूप से काम करते रहेंगे। नया शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई, 2025 से शुरू होने जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए, सत्र शुरू होने से पहले ही शिक्षकों का चयन और उनकी नियुक्ति एक विशेष चयन प्रक्रिया के माध्यम से की जानी है, ताकि स्कूलों में शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया (Teaching-Learning Process) बिना किसी बाधा के चल सके।
कैसे होगी नियुक्ति प्रक्रिया और क्या ध्यान रखें?
- एक जिले का चयन अनिवार्य:
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि चयनित शिक्षकों को पोस्टिंग के लिए शाला दर्पण पोर्टल पर एक जिले का चयन करना अनिवार्य है। जो शिक्षक निर्धारित समय सीमा के भीतर किसी भी जिले का चयन नहीं करेंगे, उन्हें आगे की नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा या उनके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। - चयन प्रक्रिया और रिक्त पद:
इस प्रक्रिया के माध्यम से प्राचार्य (Principal), व्याख्याता (Lecturer), वरिष्ठ शिक्षक (Senior Teacher), और शिक्षक स्तर-I व II (Teacher Level-I & II) के पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।- चयन परीक्षा में न्यूनतम अर्हता अंक (Minimum Qualifying Marks) प्राप्त करने वाले शिक्षकों को पहले चरण में नियुक्ति दी जाएगी।
- शिक्षकों को पहले से भरे गए जिला विकल्पों में से ही किसी एक जिले का चयन करना होगा, जिसके आधार पर उन्हें उस जिले के संबंधित रिक्त पद पोर्टल पर दिखाई देंगे।
- स्कूलों के विकल्प भरना:
अपने चयनित जिले में उपलब्ध सभी रिक्तियों को चयनित शिक्षक अपनी प्राथमिकता के क्रम (Order of Preference) में भर सकेंगे।- महत्वपूर्ण सलाह: यदि कोई शिक्षक सभी उपलब्ध रिक्तियों के विकल्प को नहीं भरता है, और उसके द्वारा भरे गए सीमित विकल्पों में उसे मेरिट के आधार पर कोई पद नहीं मिलता है, तो उसे उस जिले की बची हुई शेष रिक्तियों में से किसी भी स्कूल में यादृच्छिक प्रक्रिया (Random Allocation) के माध्यम से आवंटित कर दिया जाएगा। इससे बचने के लिए, उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अधिक से अधिक स्कूलों के विकल्प भरें।
शिक्षक संघ ने किया फैसले का स्वागत
राजस्थान शिक्षक संघ (एकीकृत) के महासचिव, श्री रंजीत मीणा ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा था। अब इस फैसले से शिक्षकों में खुशी की लहर है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि नियुक्ति प्रक्रिया के बाद जल्द ही शिक्षकों के तबादले (Teacher Transfers) की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी, जिससे प्रदेश के अन्य सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी की बड़ी समस्या का भी समाधान हो सकेगा।
ध्यान में रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें:
विकल्पों को भरने की अंतिम तिथि और समय 29 जून, शाम 5 बजे तक है। इसके बाद शाला दर्पण पोर्टल पर यह विकल्प बंद कर दिया जाएगा।
जिला चयन और स्कूल विकल्प भरने की यह प्रक्रिया केवल एक बार ही की जाएगी।
यादृच्छिक आवंटन से बचने के लिए, अपनी पसंद के अनुसार पदों की अधिकतम संख्या को प्राथमिकता के क्रम में भरें।