Sarkari Yojana: भारत के प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी, ने देशवासियों को एक बड़ी सौगात देते हुए प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (Pradhan Mantri Surya Ghar Muft Bijli Yojana) की घोषणा की है। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य देश के एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर उन्हें मुफ्त या सस्ती बिजली उपलब्ध कराना है। यह योजना न केवल आम नागरिकों के बिजली बिल (Electricity Bill) को कम करेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सौर ऊर्जा (Solar Energy) को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। राजस्थान में इस योजना का प्रभाव दिखना शुरू हो गया है, जहाँ 40,000 से अधिक परिवार इस सरकारी योजना (Sarkari Yojana) का लाभ उठाकर महंगे बिजली बिलों की चिंता से मुक्त हो चुके हैं। पहले जहाँ बिजली की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती थी, वहीं अब रूफटॉप सोलर (Rooftop Solar) से निरंतर बिजली आपूर्ति संभव हो पा रही है।
दिल्ली में योजना का विशेष लाभ और अतिरिक्त सब्सिडी
यह पीएम सूर्य घर योजना (PM Surya Ghar Yojana) दिल्ली में भी सफलतापूर्वक शुरू की जा चुकी है और यहाँ के निवासियों के लिए कुछ अतिरिक्त लाभ भी प्रदान किए जा रहे हैं। एक अच्छी खबर यह है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत, जहाँ अन्य राज्यों में ₹5 लाख तक का कैशलेस इलाज मिलता है, वहीं दिल्लीवासियों को और बुजुर्गों के लिए आयुष्मान वय वंदना कार्ड के अंतर्गत ₹10 लाख तक का कैशलेस इलाज (Cashless Treatment) मिल रहा है। इसी तर्ज पर, दिल्ली के नागरिकों को पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Free Electricity Scheme) में केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के अतिरिक्त ₹30,000 की विशेष सब्सिडी भी राज्य सरकार की ओर से प्रदान की जा रही है।
अन्य राज्यों में जहां 3 किलोवाट तक के घरेलू सोलर पैनल लगाने पर केंद्र सरकार से ₹78,000 तक की सब्सिडी मिलती है, वहीं दिल्ली में केंद्र से मिलने वाले ₹78,000 के अलावा, दिल्ली सरकार द्वारा ₹30,000 की अतिरिक्त सब्सिडी भी दी जाएगी। इसका मतलब है कि दिल्लीवासियों को कुल ₹1,08,000 की भारी-भरकम सोलर सब्सिडी (Solar Subsidy) का लाभ मिलेगा। सोलर पैनल लगाने वाली कंपनियों के अनुसार, एक 3 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम औसतन प्रति माह आसानी से 300 यूनिट तक बिजली पैदा कर सकता है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पहले से ही 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त दे रही थी। अब सोलर पैनल लगवाकर (Install Solar Panel) आप इससे भी अधिक मुफ्त बिजली प्राप्त कर सकते हैं और अपने बिजली बिल को शून्य या न्यूनतम कर सकते हैं।
सोलर पैनल कैसे लगवाएं: आवेदन प्रक्रिया
दिल्ली में या किसी भी अन्य राज्य में सोलर पैनल (Solar Panel) लगवाने की प्रक्रिया अब काफी सरल कर दी गई है। इसकी लागत सोलर पैनल सिस्टम के लोड (क्षमता) पर निर्भर करेगी।
- कंपनी का चुनाव: सबसे पहले, आपको अपने जिले में पीएम सूर्य घर पोर्टल (PM Surya Ghar Portal) पर सूचीबद्ध वेंडर (कंपनियों) में से किसी एक को चुनना होगा। आप चाहें तो किसी अन्य जिले की कंपनी या अपनी पसंद की किसी अन्य सूचीबद्ध कंपनी का भी चयन कर सकते हैं। इन कंपनियों के मोबाइल नंबर और उनके द्वारा किए गए इंस्टॉलेशन की संख्या जैसी जानकारी पीएम सूर्य घर के आधिकारिक पोर्टल पर उपलब्ध है।
- ऑनलाइन आवेदन: इसके बाद, आपको पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana Online Apply) के पोर्टल पर जाकर सोलर पैनल के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। पोर्टल पर आवेदन प्रक्रिया की पूरी जानकारी विस्तार से दी गई है।
- सर्वेक्षण और इंस्टॉलेशन: आवेदन करने के बाद, चयनित कंपनी का प्रतिनिधि आपके घर आएगा और आपकी छत का सर्वेक्षण करेगा। यदि आपकी छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए पर्याप्त जगह और तकनीकी उपयुक्तता पाई जाती है, तो इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
दिल्ली में सोलर पैनल लगवाने का खर्च कितना आएगा?
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Yojana Cost) के तहत दिल्ली में कई अधिकृत कंपनियां सोलर पैनल लगा रही हैं। आप पीएम सूर्य घर के आधिकारिक पोर्टल (pmsuryaghar.gov.in) पर जाकर अपने जिले की अनुमोदित कंपनियों की सूची देख सकते हैं। इन कंपनियों से बातचीत और बाजार के मौजूदा अनुमानों के मुताबिक, यदि आप दिल्ली में सोलर पैनल लगाना चाहते हैं, तो इसकी अनुमानित लागत लगभग ₹70,000 प्रति किलोवाट (बिना सब्सिडी) हो सकती है। यानी, अगर आपको 3 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम लगवाना है, तो आपको लगभग ₹2,10,000 खर्च करने पड़ सकते हैं (सब्सिडी से पहले)।
सब्सिडी से मिलेगी भारी छूट: आधा पैसा सरकार से
हालांकि, आपको इस पूरी लागत को लेकर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आपको अपनी जेब से पूरी रकम खर्च नहीं करनी होगी। केंद्र सरकार की सब्सिडी (Central Government Subsidy) योजना के अनुसार:
- पहले 2 किलोवाट (kWh) के लिए ₹30,000 प्रति किलोवाट की सब्सिडी मिलती है (यानी 2 किलोवाट पर ₹60,000)।
- तीसरे किलोवाट के लिए ₹18,000 की सब्सिडी मिलती है।
- इस प्रकार 3 किलोवाट के सिस्टम पर केंद्र सरकार से कुल ₹78,000 की सब्सिडी मिलती है।
इसके अतिरिक्त, जैसा कि ऊपर बताया गया है, दिल्ली कैबिनेट ने ₹30,000 की अलग से राज्य स्तरीय सब्सिडी देने की भी घोषणा की है (यह 2 किलोवाट से अधिक के सिस्टम पर लागू हो सकती है, या प्रति सिस्टम एकमुश्त हो सकती है, जिसकी विस्तृत गाइडलाइन्स पोर्टल पर उपलब्ध होंगी)।
उदाहरण से समझें सब्सिडी का गणित (दिल्ली के लिए):
- 2 किलोवाट सोलर पैनल के लिए:
- अनुमानित लागत: ₹1,40,000 (₹70,000/kW x 2kW)
- केंद्र सरकार की सब्सिडी: ₹60,000 (₹30,000/kW x 2kW)
- दिल्ली सरकार की अतिरिक्त सब्सिडी (मान लीजिए 2kW पर भी लागू): ₹30,000 (यह राशि भिन्न हो सकती है, विशिष्ट नियमों के अधीन)
- कुल सब्सिडी (अनुमानित): ₹90,000
- आपको अपनी जेब से खर्च करने होंगे: लगभग ₹50,000
- 3 किलोवाट सोलर पैनल के लिए:
- अनुमानित लागत: ₹2,10,000 (₹70,000/kW x 3kW)
- केंद्र सरकार की सब्सिडी: ₹78,000 (पहले 2kW पर ₹60,000 + तीसरे kW पर ₹18,000)
- दिल्ली सरकार की अतिरिक्त सब्सिडी: ₹30,000
- कुल सब्सिडी: ₹1,08,000
- आपको अपनी जेब से खर्च करने होंगे: लगभग ₹1,02,000
यह योजना न केवल आपके मासिक बिजली बिल (Monthly Electricity Bill) को कम करेगी, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोत को अपनाकर आप देश के विकास में भी योगदान देंगे। सोलर पैनल की लाइफ (Solar Panel Life) भी काफी लंबी (लगभग 25 साल) होती है, जिसका मतलब है कि एक बार के निवेश से आप दशकों तक इसका लाभ उठा सकते हैं।