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Lower Back Pain: आपकी पसंदीदा हाई हील्स बन सकती हैं कमर दर्द का कारण, ऑर्थोपेडिक सर्जन से जानें क्यों और कैसे पाएं छुटकारा

Published On: June 25, 2025
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Lower Back Pain: फैशन की दुनिया में हाई हील्स (High Heels) को स्टाइल, ग्लैमर और आत्मविश्वास का प्रतीक माना जाता है। महिलाएं अक्सर खास मौकों, पार्टियों या प्रोफेशनल लुक को पूरा करने के लिए हाई हील्स पहनना पसंद करती हैं। यह सच है कि हील्स पहनने से व्यक्तित्व में एक अलग ही निखार आता है और कद भी लंबा प्रतीत होता है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी ये पसंदीदा स्टाइलिश हील्स आपकी सेहत, खासकर आपकी कमर (Back) और रीढ़ की हड्डी (Spine) के लिए कितनी नुकसानदायक हो सकती हैं? यदि आप अक्सर कमर के निचले हिस्से में दर्द (Lower Back Pain) या क्रोनिक कमर दर्द (Chronic Back Pain) से परेशान रहती हैं, तो इसकी एक बड़ी वजह आपकी हाई हील्स पहनने की आदत हो सकती है।

आज हम इस महत्वपूर्ण विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे और जानेंगे कि कैसे हाई हील्स हमारे शरीर के संतुलन को बिगाड़कर कमर दर्द का कारण बनती हैं। इस संबंध में हमने नोएडा स्थित जेपी हॉस्पिटल के हड्डी रोग एवं जोड़ प्रत्यारोपण विभाग के एसोसिएट डायरेक्टर, डॉ. आशीष चौधरी (Dr. Ashish Chaudhary, Orthopaedic Surgeon) से खास बातचीत की और उनके द्वारा साझा किए गए महत्वपूर्ण बिंदुओं को यहां प्रस्तुत कर रहे हैं।

हाई हील्स और कमर दर्द का गहरा संबंध (The Strong Connection Between High Heels and Back Pain):

डॉ. आशीष चौधरी के अनुसार, हाई हील्स पहनने से शरीर का प्राकृतिक अलाइनमेंट (संरेखण) बिगड़ जाता है। जब आप ऊंची एड़ी के जूते या सैंडल पहनती हैं, तो आपके शरीर का वजन असामान्य रूप से पैरों के अगले हिस्से (पंजों) पर आ जाता है। इस असंतुलन को बनाए रखने के लिए, आपके शरीर के निचले हिस्से को आगे की ओर झुकना पड़ता है, जिससे आपकी रीढ़ की हड्डी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, खासकर काठ का क्षेत्र (लम्बर स्पाइन) जो कमर का निचला हिस्सा होता है।

हाई हील्स से क्रोनिक कमर दर्द होने के प्रमुख कारण (Key Reasons Why High Heels Cause Chronic Back Pain):

  1. रीढ़ की हड्डी का असामान्य कर्व (Abnormal Spinal Curvature): हाई हील्स पहनने से आपकी पेल्विस (श्रोणि) आगे की ओर झुक जाती है, जिससे आपकी रीढ़ की हड्डी का सामान्य ‘S’ आकार का कर्व बिगड़कर और अधिक अतिरंजित (exaggerated) हो जाता है। इसे हाइपरलॉर्डोसिस (Hyperlordosis) भी कहा जाता है। यह असामान्य कर्व रीढ़ की हड्डी के जोड़ों और मांसपेशियों पर अनावश्यक तनाव डालता है, जिससे दर्द होता है।
  2. मांसपेशियों में असंतुलन और तनाव (Muscle Imbalance and Strain): शरीर के बदले हुए पॉस्चर को संभालने के लिए कमर, कूल्हे और पैरों की मांसपेशियों को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। विशेष रूप से, पिंडलियों की मांसपेशियां (calf muscles) छोटी और तनी हुई हो जाती हैं, जबकि हैमस्ट्रिंग (जांघ के पिछले हिस्से की मांसपेशियां) और पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियां (lower back muscles) भी लगातार तनाव में रहती हैं। यह मांसपेशियों का असंतुलन लंबे समय में क्रोनिक दर्द (Chronic Pain) का कारण बन सकता है।
  3. जोड़ों पर दबाव (Increased Pressure on Joints): हील्स पहनने से घुटनों, कूल्हों और टखनों के जोड़ों पर भी दबाव बढ़ता है। शरीर का वजन ठीक से वितरित न होने के कारण ये जोड़ समय से पहले खराब हो सकते हैं या उनमें दर्द शुरू हो सकता है, जो अप्रत्यक्ष रूप से कमर दर्द को भी बढ़ा सकता है।
  4. खराब पॉस्चर (Poor Posture): लगातार हाई हील्स पहनने से शरीर एक खराब पॉस्चर का आदी हो जाता है, जो सिर्फ हील्स पहनते समय ही नहीं, बल्कि सामान्य अवस्था में भी बना रह सकता है। यह खराब पॉस्चर कमर दर्द का एक स्थायी कारण बन सकता है।
  5. शॉक एब्जॉर्प्शन में कमी (Reduced Shock Absorption): फ्लैट जूते या स्पोर्ट शूज पैरों को कुशनिंग प्रदान करते हैं और चलने या दौड़ने के दौरान लगने वाले झटकों को सोखते हैं। इसके विपरीत, हाई हील्स में यह शॉक एब्जॉर्प्शन क्षमता बहुत कम या न के बराबर होती है, जिससे हर कदम पर लगने वाला झटका सीधे रीढ़ की हड्डी तक पहुंचता है और उसे नुकसान पहुंचाता है।

डॉ. आशीष चौधरी के अनुसार, केवल स्टाइलिश दिखना ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि आपके फुटवियर का आरामदायक और आपकी सेहत के लिए सही होना भी उतना ही जरूरी है। यदि आप अक्सर या लंबे समय तक हाई हील्स पहनती हैं, तो यह धीरे-धीरे आपके पैरों, घुटनों, कूल्हों और विशेष रूप से आपकी कमर को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे क्रोनिक दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

हाई हील्स से होने वाले कमर दर्द से बचने और राहत पाने के उपाय (Solutions and Prevention for Back Pain Caused by High Heels):

यदि आप हाई हील्स पहनना पसंद करती हैं लेकिन कमर दर्द से भी बचना चाहती हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना और कुछ उपाय अपनाना जरूरी है:

  • हील्स का चयन सावधानी से करें: बहुत ऊंची और पतली (स्टिलेट्टो) हील्स के बजाय चौड़ी या वेज हील्स (Wider or Wedge Heels) चुनें, जो अधिक स्थिरता प्रदान करती हैं। हील्स की ऊंचाई 1.5 से 2 इंच से अधिक न हो तो बेहतर है।
  • पहनने का समय सीमित करें: रोजाना या पूरे दिन हाई हील्स पहनने से बचें। इन्हें केवल खास मौकों या सीमित समय के लिए ही पहनें।
  • आरामदायक विकल्प साथ रखें: यदि आपको किसी कार्यक्रम में हील्स पहननी है, तो अपने साथ एक जोड़ी आरामदायक फ्लैट जूते या सैंडल (Flat Shoes or Sandals) भी रखें और मौका मिलते ही उन्हें बदल लें।
  • स्ट्रेचिंग और व्यायाम करें: कमर, कूल्हे और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाए रखने के लिए नियमित रूप से स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज (Stretching Exercises) और व्यायाम करें। विशेष रूप से पीठ के निचले हिस्से, हैमस्ट्रिंग और पिंडलियों की स्ट्रेचिंग पर ध्यान दें।
  • सही साइज के जूते पहनें: सुनिश्चित करें कि आपके जूते का साइज सही हो और वे आरामदायक हों। बहुत टाइट या लूज जूते भी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
  • वजन नियंत्रित रखें: अतिरिक्त वजन आपकी कमर और जोड़ों पर और अधिक दबाव डालता है, इसलिए स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
  • डॉक्टर से सलाह लें: यदि आपको लगातार कमर दर्द रहता है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। किसी अच्छे ऑर्थोपेडिक डॉक्टर (Orthopaedic Doctor) या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लें ताकि दर्द का सही कारण पता चल सके और उचित उपचार किया जा सके।

निष्कर्ष: फैशन और स्वास्थ्य में संतुलन जरूरी

हाई हील्स निश्चित रूप से आपके लुक में चार चांद लगा सकती हैं, लेकिन इनकी कीमत आपकी सेहत, खासकर कमर के स्वास्थ्य से चुकाना बुद्धिमानी नहीं है। फैशन और स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाना आवश्यक है। आरामदायक और सही फुटवियर का चुनाव करके आप न केवल स्टाइलिश दिख सकती हैं बल्कि कमर दर्द जैसी गंभीर समस्याओं (Serious problems like back pain) से भी बची रह सकती हैं। अपने शरीर के संकेतों को समझें और ऐसे चुनाव करें जो आपके दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हों।

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