Railway news: कोयलांचल धनबाद और आसपास के क्षेत्रों के रेल यात्रियों के लिए एक निराशाजनक खबर सामने आ रही है। रेलवे ने धनबाद से विभिन्न महत्वपूर्ण शहरों के लिए चलने वाली तीन स्पेशल ट्रेनों को रद्द (three special trains cancelled from Dhanbad) करने का निर्णय लिया है। लाखों रुपये की बंपर कमाई करने वाली इन तीन ट्रेनों के बंद होने से धनबाद के यात्रियों (passengers of Dhanbad) को एक बड़ा झटका लगने वाला है, खासकर उन लोगों को जो नियमित रूप से इन ट्रेनों से सफर करते थे। यह स्थिति तब और भी चिंताजनक हो जाती है जब धनबाद से एलटीटी (मुंबई), जम्मू तवी और चंडीगढ़ के लिए चलने वाली इन विशेष ट्रेनों की लोकप्रियता और राजस्व क्षमता काफी अच्छी रही है। इसके बावजूद, रेलवे द्वारा इन ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाने या इनका परिचालन जारी रखने के संबंध में कोई सकारात्मक आदेश जारी नहीं किया गया है। झारखंड समाचार (Jharkhand News) में यह खबर रेल यात्रियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
कौन सी ट्रेनें हो रही हैं प्रभावित और उनकी कमाई का आंकड़ा?
सबसे पहले, धनबाद और जम्मू तवी के बीच एक साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन (Dhanbad-Jammu Tawi weekly special train) शुरू की गई थी। इसकी जबरदस्त लोकप्रियता और यात्रियों की भारी मांग को देखते हुए, इस ट्रेन को वर्तमान में सप्ताह में दो बार चलाया जा रहा है। आंकड़ों के अनुसार, यह ट्रेन औसतन प्रति ट्रिप (एक फेरा) 40 लाख रुपये से अधिक की कमाई (earning over Rs 40 lakh per trip) कर रही है।
इसी तरह, धनबाद से मुंबई (एलटीटी) के लिए पहली विशेष ट्रेन (Dhanbad to Mumbai LTT special train) भी यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय रही और यह प्रति ट्रिप औसतन 61,000 रुपये का राजस्व (revenue of Rs 61,000 per trip) (यह आंकड़ा संभावित रूप से 61 लाख रुपये होना चाहिए, कृपया पुष्टि करें, वर्तमान में 61 हजार लिखा है जो अन्य दो ट्रेनों की तुलना में बहुत कम है) कमा रही थी। (यदि यह 6.1 लाख या 61 लाख है तो कृपया सुधारें)।
वहीं, धनबाद-चंडीगढ़ स्पेशल ट्रेन (Dhanbad-Chandigarh special train) ने भी रेलवे को निराश नहीं किया और यह प्रति ट्रिप लगभग 35 लाख रुपये (earned Rs 35 lakh per trip) कमा रही थी। इतना शानदार राजस्व देने के बावजूद, इन तीनों महत्वपूर्ण ट्रेनों के परिचालन पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि रेलवे बोर्ड (Railway Board) ने अभी तक उनके विस्तार (एक्सटेंशन) के लिए हरी झंडी नहीं दी है।
गरीब रथ कोचों का संकट और ट्रेनों का भविष्य
जानकारी के अनुसार, धनबाद-जम्मू तवी स्पेशल और धनबाद-चंडीगढ़ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन गरीब रथ कोचों (Garib Rath coaches) द्वारा किया जाता है। पिछले सप्ताह तक, गरीब रथ के डिब्बों से ही धनबाद और एलटीटी के बीच भी एक विशेष ट्रेन चलाई जा रही थी। हालांकि, 17 जून से इस मुंबई जाने वाली ट्रेन के डिब्बों को एलएचबी कोचों (LHB coaches) में बदल दिया गया।
इसी बीच, 19 जून को रेलवे बोर्ड ने एक पत्र जारी कर गरीब रथ के डिब्बों से चलने वाली सभी विशेष ट्रेनों सहित अन्य ट्रेनों को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया। इस आदेश के कारण, चंडीगढ़ और जम्मू तवी के बीच चलने वाली ट्रेनों की आवृत्ति में वृद्धि या उनका आगे परिचालन जारी रहने पर एक बड़ा सवालिया निशान लग गया है। हालांकि, रेलवे के पास आईसीएफ कोचों (ICF coaches) की कोई कमी नहीं है, क्योंकि बार-बार ट्रेनों को एलएचबी डिब्बों में परिवर्तित किया जा रहा है। यदि रेलवे चाहे तो, ये दोनों ट्रेनें पारंपरिक आईसीएफ डिब्बों के साथ भी चलाई जा सकती हैं, जिससे यात्रियों को सुविधा मिल सके। रेलवे परिचालन निर्णय (Railway operational decisions) यात्रियों को सीधे प्रभावित करते हैं।
गर्मी की छुट्टियों के बाद भी ट्रेनों में भारी वेटिंग
आमतौर पर जून के अंत तक गर्मी की छुट्टियों के कारण ट्रेनों में भीड़ रहती है। इन स्पेशल ट्रेनों का परिचालन (operation of special trains) भी जून के अंत तक ही निर्धारित था। गर्मियों की छुट्टियों और लग्न (शादी-विवाह का सीजन) के लगभग समाप्त होने के बावजूद, इन ट्रेनों के अंतिम दौर में भी टिकट बुकिंग की स्थिति काफी अच्छी बनी हुई है, जो इनकी मांग को दर्शाता है।
- धनबाद-एलटीटी स्पेशल (Dhanbad-LTT Special): यह ट्रेन 24 जून को अपनी आखिरी यात्रा करेगी। 24 जून के लिए इस ट्रेन की सभी श्रेणियों में सीटें प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) में हैं।
- धनबाद-जम्मू तवी स्पेशल (Dhanbad-Jammu Tawi Special): यह ट्रेन 24 और 28 जून को चलेगी। 24 जून के लिए इस ट्रेन में 101 की वेटिंग है, जबकि 28 जून के लिए 90 की वेटिंग है।
- धनबाद-चंडीगढ़ स्पेशल (Dhanbad-Chandigarh Special): इस मार्ग पर 24 जून को 53 की वेटिंग है, जबकि 27 जून के लिए फिलहाल 114 सीटें खाली हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का दावा है कि 27 जून तक ये सीटें भी बुक हो जाएंगी।
यह ट्रेन टिकट उपलब्धता (train ticket availability) की स्थिति इन ट्रेनों की निरंतरता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
इन ट्रेनों का भी नहीं हुआ है विस्तार
धनबाद से गुजरने वाली रक्सौल-सिकंदराबाद स्पेशल (Raxaul-Secunderabad Special) और रक्सौल-चारलापल्ली स्पेशल (Raxaul-Charlapalli Special) को भी रेलवे द्वारा आगे नहीं बढ़ाया गया है। ये दोनों ट्रेनें भी जून के अंत या जुलाई के पहले सप्ताह तक ही चलेंगी, जिससे इन मार्गों पर भी यात्रियों को परेशानी हो सकती है।
“नोरम” संकट में विशेष ट्रेनों की भूमिका
हाल ही में, रेलवे ने सामान्य कोटे की 25 प्रतिशत तक की वेटिंग और तत्काल कोटे की सीटों को तुरंत जारी करने का नियम बनाया है। इस नियम के लागू होने के बाद से, 90 प्रतिशत छोटी और लंबी दूरी की ट्रेनों में “नोरम” (No Room – यानी कोई सीट उपलब्ध नहीं) के बोर्ड लग गए हैं, अर्थात टिकटों की उपलब्धता समाप्त हो गई है। ऐसे संकट के समय में, ये स्पेशल ट्रेनें (special trains) आम यात्रियों के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प बन रही थीं। चूँकि ये ट्रेनें धनबाद से बनकर चलती थीं या यहाँ से इनका महत्वपूर्ण कोटा होता था, इसलिए यहाँ के यात्रियों को इनमें आरक्षण टिकट भी आसानी से मिल रहे थे। इन ट्रेनों के बंद होने से भारतीय रेलवे यात्री (Indian Railways passengers), विशेषकर धनबाद क्षेत्र के लोग, काफी प्रभावित होंगे। झारखंड रेलवे समाचार (Jharkhand railway news) पर सभी की निगाहें टिकी हैं कि क्या रेलवे इन ट्रेनों को पुनः बहाल करने पर विचार करेगा।