Odisha gang rape: ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले से एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहाँ एक 35 वर्षीय महिला के साथ चार लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म (Gang Rape) किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह घटना इसलिए भी अधिक चिंताजनक और भयावह है क्योंकि यह इस हफ्ते ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ रिपोर्ट की गई तीसरी ऐसी क्रूर वारदात है। इन लगातार हो रही घटनाओं ने राज्य में कानून-व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा (Women’s Safety in Odisha) को लेकर गंभीर और चुभते हुए सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह वीभत्स घटना मयूरभंज जिले के जशीपुर पुलिस स्टेशन (Jashipur Police Station) क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गाँव की है। पीड़िता, एक 35 वर्षीय महिला, अपनी देवरानी (sister-in-law) के साथ पास के साप्ताहिक हाट (Weekly Market) से खरीददारी कर अपने घर लौट रही थी। जब वे रास्ते में थीं, तभी चार दरिंदों ने उनका रास्ता रोक लिया। इससे पहले कि वे कुछ समझ पातीं या मदद के लिए चिल्ला पातीं, आरोपियों ने उन्हें घेर लिया।
आरोपियों ने पीड़िता की देवरानी को डरा-धमका कर भगा दिया और पीड़िता को जबरन पास के एक घने जंगल में खींचकर ले गए। वहाँ उन चारों ने महिला के साथ बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म की जघन्य वारदात को अंजाम दिया। इस बीच, किसी तरह जान बचाकर भागी पीड़िता की देवरानी ने तुरंत गाँव पहुँचकर ग्रामीणों को इस भयावह घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही गाँव के लोग एकजुट होकर घटनास्थल की ओर दौड़े। ग्रामीणों को आता देख चारों आरोपी पीड़िता को गंभीर हालत में छोड़कर मौके से फरार हो गए।
इसके बाद, ग्रामीणों ने पीड़िता को बचाया और तुरंत इस मामले की सूचना जशीपुर पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर पीड़िता को चिकित्सीय जांच (Medical Examination) के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर चारों अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली है।
जशीपुर पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह एक अत्यंत गंभीर मामला है और इसे पूरी प्राथमिकता के साथ देखा जा रहा है। आरोपियों की पहचान करने और उनकी धरपकड़ के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है और विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान (Search Operation) चलाया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
यह घटना ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध (Rising Crime Against Women in Odisha) की एक और दुखद कड़ी है। एक ही सप्ताह के भीतर गैंगरेप की तीसरी घटना का सामने आना यह दर्शाता है कि अपराधियों के मन में कानून का खौफ खत्म होता जा रहा है। समाज के हर वर्ग में इस घटना को लेकर गहरा रोष व्याप्त है और लोग महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने की पुरजोर मांग कर रहे हैं। यह घटना समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक वेक-अप कॉल है, जो यह मांग करती है कि महिला सुरक्षा के दावों को हकीकत में बदलने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में किसी और को ऐसी पीड़ा से न गुजरना पड़े।