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 Rajasthan pension scheme: ₹5000 का सच, राजस्थान में शुरू हुई नई पेंशन स्कीम, हर महीने मिलेंगे इतने रुपये

Published On: June 17, 2025
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Rajasthan pension scheme: ₹5000 का सच, राजस्थान में शुरू हुई नई पेंशन स्कीम, हर महीने मिलेंगे इतने रुपये
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Rajasthan pension scheme: राजस्थान में महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) और श्रमिक कल्याण (Labour Welfare) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने एक नई योजना का शंखनाद किया है। हालांकि कुछ समाचारों में इसे मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध “लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana)” से जोड़कर देखा जा रहा है और ₹5000 प्रति माह जैसी बड़ी रकम की चर्चा है, वास्तविकता यह है कि राजस्थान सरकार ने “मुख्यमंत्री विश्वकर्मा पेंशन योजना (Mukhyamantri Vishwakarma Pension Yojana)” की घोषणा की है, जो प्रदेश के एक बड़े वर्ग को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगी। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों, जिनमें महिलाएं (Women Beneficiaries)स्ट्रीट वेंडर्स (Street Vendors) और पारंपरिक कारीगर (Traditional Artisans) शामिल हैं, को 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर ₹2000 प्रति माह की पेंशन (₹2000 per month pension) दी जाएगी।

यह राजस्थान सरकारी योजना (Rajasthan Government Scheme) मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्र के उन मेहनतकश लोगों को समर्पित है जो अपनी युवावस्था में कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन वृद्धावस्था में उनके पास आय का कोई नियमित स्रोत नहीं होता।

किन्हें मिलेगा इस पेंशन योजना का लाभ? (Who are eligible for this pension scheme?)

“मुख्यमंत्री विश्वकर्मा पेंशन योजना” का मुख्य उद्देश्य उन व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा का कवच प्रदान करना है जो अपनी आजीविका के लिए दैनिक मजदूरी या छोटे स्तर के स्वरोजगार पर निर्भर हैं। इस योजना के संभावित लाभार्थी हैं:

  1. स्ट्रीट वेंडर्स/रेहड़ी-पटरी वाले: शहरों और कस्बों में सड़क किनारे अपना छोटा-मोटा व्यवसाय करने वाले। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल होती हैं जो फल-सब्जी, चाय-नाश्ता या अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं बेचती हैं।
  2. हस्तशिल्प और पारंपरिक कारीगर: कुम्हार, लोहार, बढ़ई, बुनकर, दर्जी जैसे पारंपरिक कलाओं से जुड़े कारीगर। यह वर्ग भी अक्सर आर्थिक रूप से कमजोर होता है और वृद्धावस्था में सहारे की आवश्यकता महसूस करता है।
  3. अन्य पात्र श्रमिक: योजना के विस्तृत दिशानिर्देशों के अनुसार अन्य श्रेणियों के श्रमिकों को भी इसमें शामिल किया जा सकता है।

यह पेंशन स्कीम राजस्थान (Pension Scheme Rajasthan) विशेष रूप से उन लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी जिनके पास संगठित क्षेत्र की तरह पेंशन या पीएफ जैसी सुविधाएं नहीं होतीं।

योजना की मुख्य बातें और योगदान (Key Features and Contributions of the Scheme):

  • पेंशन राशि: 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर लाभार्थी को ₹2000 प्रति माह की पेंशन मिलेगी।
  • प्रीमियम भुगतान आयु: योजना में शामिल होने के लिए लाभार्थी की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए, जिस दौरान वे प्रीमियम का भुगतान करेंगे।
  • लाभार्थी का प्रीमियम: लाभार्थियों को अपनी ओर से ₹60 से ₹100 प्रति माह का एक छोटा सा प्रीमियम जमा करना होगा। यह राशि उनकी प्रवेश आयु पर निर्भर करेगी।
  • राज्य सरकार का योगदान: यह इस योजना का सबसे आकर्षक पहलू है। राज्य सरकार प्रत्येक लाभार्थी के खाते में प्रति माह ₹400 का अतिरिक्त योगदान करेगी।
  • उद्देश्य: वृद्धावस्था में आर्थिक स्वतंत्रता, सम्मानजनक जीवन और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना।

₹5000 प्रति माह की बात का क्या है सच? (What is the truth about ₹5000 per month?)

जैसा कि कुछ समाचार शीर्षकों में ₹5000 प्रति माह का उल्लेख किया गया है, यह स्पष्ट करना महत्वपूर्ण है कि राजस्थान सरकार द्वारा घोषित “मुख्यमंत्री विश्वकर्मा पेंशन योजना” में ₹2000 प्रति माह पेंशन का प्रावधान है। संभव है कि ₹5000 की राशि केंद्र सरकार की “पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana)” के तहत कारीगरों को टूलकिट खरीदने या कौशल उन्नयन के लिए दी जाने वाली एकमुश्त सहायता या ऋण सुविधा से संबंधित हो, जो एक अलग योजना है। लाभार्थियों को दोनों योजनाओं के अंतर को समझना चाहिए। हालांकि, यह मासिक पेंशन योजना अपने आप में एक बड़ी राहत है।

आवेदन प्रक्रिया और क्रियान्वयन (Application Process and Implementation):

राजस्थान सरकार जल्द ही इस योजना के लिए विस्तृत दिशानिर्देश और आवेदन प्रक्रिया (Application Process for Rajasthan Pension Scheme) जारी करेगी। उम्मीद है कि इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन करने की सुविधा होगी। पंजीकरण के बाद, लाभार्थियों को नियमित रूप से अपना प्रीमियम जमा करना होगा और राज्य सरकार भी अपना हिस्सा जमा करती रहेगी। 60 वर्ष की आयु होने पर पेंशन स्वतः शुरू हो जाएगी।

यह भजन लाल सरकार की योजना (Bhajan Lal Government Scheme) प्रदेश के लाखों लोगों के लिए बुढ़ापे का सहारा बनेगी। यह राजस्थान में महिलाओं के लिए योजना (Scheme for women in Rajasthan) और श्रमिकों के लिए योजना (Scheme for laborers in Rajasthan) के रूप में एक महत्वपूर्ण पहल है।

इस योजना का संभावित प्रभाव (Potential Impact of this Scheme):

  • आर्थिक सुरक्षा: वृद्धावस्था में एक निश्चित मासिक आय से लाखों लोगों को आर्थिक तंगी से राहत मिलेगी।
  • आत्मनिर्भरता: लाभार्थी अपनी छोटी-मोटी जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहेंगे।
  • सामाजिक उत्थान: समाज के कमजोर वर्गों का जीवन स्तर सुधरेगा।
  • महिला सशक्तिकरण: विशेष रूप से महिला लाभार्थियों के लिए यह योजना उन्हें अधिक सशक्त और आत्मनिर्भर बनाएगी।

निष्कर्ष:

“मुख्यमंत्री विश्वकर्मा पेंशन योजना” राजस्थान सरकार का एक सराहनीय कदम है जो प्रदेश के मेहनतकश नागरिकों, विशेषकर महिलाओं, स्ट्रीट वेंडर्स और कारीगरों को वृद्धावस्था में एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करेगा। ₹2000 की मासिक पेंशन छोटी लग सकती है, लेकिन यह उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत होगी जिनके पास कोई अन्य नियमित आय का स्रोत नहीं है। यह योजना निश्चित रूप से राजस्थान के विकास (Development in Rajasthan) और सामाजिक कल्याण (Social Welfare in Rajasthan) में एक मील का पत्थर साबित होगी। सभी पात्र व्यक्तियों को इस सरकारी लाभ योजना (Government Benefit Scheme) की जानकारी रखनी चाहिए और समय आने पर इसका लाभ अवश्य उठाना चाहिए।



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